Home राजनीति अखिलेश बौखला गए हैं पर उन के पेड न्यूज़ वर्कर ?

अखिलेश बौखला गए हैं पर उन के पेड न्यूज़ वर्कर ?

दयानंद पांडेय

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बहुत सॉफ्टली अपना एजेंडा चलाते हैं आप। अरे जब जो मन करेगा लिखूंगा। नहीं मन करेगा नहीं लिखूंगा। कुछ भी लिखने के लिए तथ्य और तर्क चाहिए होता है। बसपा और कांग्रेस भी चुनाव में थीं। उन के लिए यह सब क्यों नहीं लिखा ? सपा का पेड न्यूज़ साफ़ दिख रहा है। तो लिखा। 10 मार्च का चुनाव परिणाम बता देगा कि सपा मुक़ाबले में तो थी पर कांटे के मुक़ाबले में नहीं थी।
लेकिन सभी मीडियाजन बता रहे थे कि सपा कांटे के मुक़ाबले में है। यह पेड न्यूज़ है। इसी तरह 90 परसेंट यू ट्यूबर सपा की सरकार बनवाने की बात एक सुर से चीख-चीख़ कर कह रहे थे। जब कि किसी सूरत सपा की सरकार नहीं बन रही। यह भी पेड न्यूज़ का कमाल था। अखिलेश यादव ने एक-एक यू ट्यूबर को पचास लाख रुपए न्यूनतम दिए। एक करोड़ , दो करोड़ भी दिए। अख़बारों को भी। बहुत से पत्रकारों को निजी तौर पर जानता हूं कि वह सपा से पैसे ले कर मीडिया में कैंपेन कर रहे थे। अभी भी कर रहे हैं। सपा को बहुमत दिलवा रहे हैं। अखिलेश बौखला गए हैं। पर यह मीडियाजन अभी भी अखिलेश सरकार बनाने का बाजा बजा रहे हैं। यह पेड न्यूज़ का कमाल है।
भाजपा का पेड न्यूज़ या बसपा , कांग्रेस का पेड न्यूज़ मुझे इस तरह नहीं दिखा। ज़मीन पर भाजपा जीतती दिखी , कोई और नहीं। तो कैसे लिख देता। आप की प्यास है कि भाजपा का पेड न्यूज़ लिखूं। आप की भूख है कि भाजपा हार जाए। अब नहीं हार रही है भाजपा। तो आप की यह भूख और प्यास की तृष्णा मैं नहीं पूरी कर सकता। नहीं बुझा सकता आप की यह भूख और प्यास। फिर आप जेब में हाथ डाल कर अपनी मनोकामना पूरी करने की अभिलाषा रखते हैं। इस अभिलाषा की कोई प्रत्याशा नहीं है।
इसी लिए कहा और खुला स्वागत किया कि भाजपा की पोल-पट्टी खोलिए। लेकिन आप हाथ खड़े कर गए। अच्छा चलिए आप के पास भाजपा के पेड न्यूज़ का कोई स्पष्ट और विश्वसनीय प्रमाण हो , मुझे दीजिए। न लिखूं तो कहिएगा। लेकिन आप के हवाई एजेंडे की ख़ुराक़ बनना मेरे लिए मुश्किल है। यूक्रेन की तरह लड़ाई मत लड़िए। अपने दम पर अपनी बात कहना सीखिए। अपने बाप की बपौती पर गर्व कीजिए। दूसरे के बाप और उस की बपौती पर नाज़ करना बंद कीजिए। हवाई फ़ायर वालों को मैं पसंद नहीं करता। इस बात को अच्छी तरह नोट कर लीजिए। मैं किसी का पेड वर्कर नहीं हूं। अपने मन का राजा हूं। ठीक ?
[ अपनी ही पोस्ट पर एक मित्र की टिप्पणी पर प्रतिवाद ]

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