दाऊद_की_इफ्तारी

यूँ तो सारे मुगल बादशाह एक से बढ़कर एक अय्याश व चरित्रहीन थे लेकिन शाहजहां जितना अय्याश व चरित्रहीन कोई भी न था।
अपनी सैकड़ों रखैलों से भी मन न भरा तो उसने दरबारियों की बीवियों पर हाथ साफ करना शुरू कर दिया।
ऐसे ही एक दरबारी का नाम था शाइस्ता खां।
शाहजहां ने उसकी बीवी को बुलवा भेज़ा और फिर शाइस्ता खां की तरक्की होती चली गई।
आगरा की गलियों के मुँहफट भिखारियों ने इन जलील लोगों को आईना दिखाने का अजीब तरीका ढूंढ निकाला था।
जब भी कोई डोली में ऐसी मोहतरमा बुर्के में उतरती, ‘कहारों’ के चेहरों को पहचानकर वे भीख मांगने लगते,
“ऐ शाहजहां की सहरी कुछ इधर भी देती जा।”
“ऐ शाहजहां के दोपहर के खाने रहम कर बंदे पर।”
“ऐ शाहजहाँ की इफ्तारी कुछ तो इनायत फरमा।”
ये औरतें इतनी बेशर्म थीं कि अपनी बेग़ैरती की झेंप मिटाने के लिए पूरे मुगल सरदारों की बीवियों को शाहजहां के लिए फंसाकर लाती थीं ताकि कोई भी मुगल सरदार एक दूसरे की कटी नाक पर पर उंगली न उठा सके।
समय बीता!
मुगलिया सल्तनत भले खत्म हुई लेकिन शाहजहां की अय्याशियां और उसके गुलाम सरदारों की बीवियां आज भी हैं।
आज भी बॉलीवुड में एक अय्याश शाहजहाँ है जिसका नाम दाऊद है और उसके कई गुर्गे हैं।
कपिल शर्मा हों या विधू विनोद चोपड़ा,
अनुराग कश्यप हो या राजकुमार हिरानी
ये सभी #शाइस्ता_खान भर हैं।
ऐसी स्थिति में #द_कश्मीर_फाइल्स पर विधू विनोद चोपड़ा जैसों की बीवियों से और कैसी समीक्षा की उम्मीद कर सकते हैं क्योंकि वे तो ‘दाऊद की इफ्तारी’ हैं

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