सच में ही भारत खाद्यान के मामले में स्वनिर्भर है या कुपोषित है
फेसबुक में अनेक फेसबुक-मित्र या तो स्वयं लिख रहे हैं या दूसरों का लिखा चिपका रहे हैं। और बता रहे हैं कि भारत खाद्यान के मामले में न केवल स्व-निर्भर है बल्कि दुनिया के दूसरे देशों के लोगों का भी पोषण करने में सक्षम है। मुझे नहीं पता कि इन सब बातों का आधार बिना आधार गौरव महसूस करने की सिर्फ कोरी भावुकता होती है या कुछ गंभीर गणना वगैरह भी करते हैं। यदि देश को मजबूत करना है, यदि देश के लोगों को मजबूत करना है तो हवाई बातों से इतर यथार्थ के आधार पर सोचना विचारना चाहिए तभी जमीन पर कुछ ठोस कर पाने की स्थिति की ओर कुछ कदम चल पाना संभव हो पाता है। आपका पेट भरा है, आप पोषित हैं इसलिए पोषित होने के अहंकार को जीने की लिप्सा के चक्कर में संवेदनशील नहीं हो पाइए, तो जो बहुत करोड़ों लोग कुपोषित हैं उनका माखौल उड़ाने की असंवेदनशीलता तो कम से कम नहीं ही रखिए।