अभी हाल ही में मुलायम सिंह जी की मृत्यु पर काफी सारी जनसंख्या का यही मानना था कि उन्होंने अपने समाज (जाति) के लिए काफी कुछ किया। यदि सभी नेता ऐसा करने लगें तो सम्पूर्ण समाज का उद्धार हो जाएगा।
यह समाजवाद द्वारा दी हुई कपोल कल्पित धारणा है, मुलायम सिंह जी ने अपने परिवार के लिए लाख गुना, अपने इष्ट मित्रों के लिए हजार गुना और अपनी जाति के लिए दोगुना किया – सच है। पर उन्होंने यह संसाधन बढ़ा कर नहीं किया। यह कार्य दूसरों का अधिकार / हिस्सा छीन कर किया गया। अक्सर समाजवाद की अफीम मे ऐसा ही लगता है कि अंबानी का धन छीन कर सबमे बाँट दिया जाए कितना अच्छा हो, यही कार्य नेता जी ने किया दूसरी जातियों के साथ।
ऐसा नहीं रहा कि उनके युग मे यूपी की वेल्थ बढ़ी हो। यदि ऐसा हुआ हो, तो निःसंदेह यह असल विकास होता है। उलटे कड़वी हकीकत यह रही कि जिस अनुपात मे देश के बाकी प्रदेश जैसे तमिलनाडु, केरल आदि बढ़े, उत्तर प्रदेश की रफ्तार और स्लो हो गई। प्रदेश का नाम गुंडा राज के रूप मे कुख्यात हुआ। हाँ यह जरूर रहा कि उन्होंने बैकवर्ड कोटे के नाम पर अपनी जाति के लोगों को खूब नौकरियां दिलवाई। अपने रिश्तेदारों को खूब ठेके दिलवाए। अपने परिवार वालों को सांसद विधायक बना दिया। अब मान लीजिए कल को लोधी समाज मे कोई मुलायम सिंह राजपूत आ जाए। वह इन नौकरियों को यादव समाज से छीन अपनी जाति को दे देगा। पचीस वर्षों मे यादव समाज बैक to ज़ीरो। अब उल्टा समस्या यह भी कि उनकी जाति में फाइटिंग स्पिरिट न रही, नेता जी सब कुछ छीन ऐसे ही प्लेट मे दे देते थे। तो वह जहां से चले थे वहीं वापस पहुँच गए। अपने अगल बगल मे सपा समर्थकों को देख लीजिए समझ जाएंगे कि अगर दस वर्ष और सरकार न आई तो इनका स्टैन्डर्ड लगातार घट ही रहा है, क्योंकि वह अब सत्ता के प्रश्रय पर निर्भर हो गए हैं।
हाँ यदि ऐसा होता कि प्रदेश का औसत बढ़ता तो कल को दूसरी जाति का नेता भी आ जाए तो भी यादव समाज वापस औसत पर पहुंचता जो एनीवै बढ़ा हुआ है तो यह actual विकास होता।
कड़वी हकीकत है दूर से देख ऐसा अवश्य लगता है कि हमारी जाति का नेता आ जाए / हमारा रिश्तेदार नेता आ जाए, दूसरों से छीन हमें दे। यह खराब किसी को नहीं लगता। पर एक लंबे समय अंतराल मे, एक जीवन काल मे यह कभी भी सफल model नहीं होता। हाँ यह सफल model उन नेताओं के परिवार / रिश्तेदार के लिए अवश्य होता है जिन्होंने इन दो तीन दसक मे सात पीढ़ियों भर का धन कमा लिया।
मोदी जी के model को इसी लिए आम जनता पसंद करती है क्योंकि यह एक ससटेनेबल मोडेल है। जो ग्रोथ है, जो इंफ्रा स्ट्रक्चर बना है, जो भी विकास हुआ है सबका हुआ है। कल को यदि यह सरकार नहीं भी रहती है तो ऐसा नहीं है किसी एक जाति या किसी धर्म के खाने के लाले पड़ जाएंगे। उलटे जो भी कार्य हुवे हैं, जो भी इंफ्रा स्ट्रक्चर बना है वह तब भी उतना ही असर दायक रहेगा, उतना ही मीठा फल देगा जितना आज दे रहा है।