राम सेतु! डॉक्टर चंद्र प्रकाश द्विवेदी ने लगातार दूसरी बार निराश किया है। 2 मिनट 10 मिनट के ट्रेलर में कुछ डायलॉग के अलावा कुछ न है सिर्फ़ टीजर को एक्सटेंड कर दिया गया है और कुछ किरदार इंट्रोड्यूस करवा दिए है।
निःसन्देह डायलॉग में दम है ‘एक साल पुरानी सड़क गड्ढे में चली जाती है तो 7 हजार साल पुराना इतिहास इतनी आसानी से कैसे मिलेगा’
जितना पब्लिक डोमैन में है उतना ही ट्रेलर में दिखलाई दिया है। इससे ज्यादा कुछ न है। यकीनन ट्रेलर ने एडवेंचर्स राइड का वादा किया है। कंटेंट कितना दमदार है इसका खुलासा फ़िल्म करेगी। इसने थोड़ी जिज्ञासा तो छोड़ी है।
अक्षय कुमार का लुक एकदम वाहियात है। विग और दाढ़ी में कोई मैच न है। ब्लैक एंड वाइट मामला रखा है। गंभीरता के लिए बियर्ड रख सकते थे। विग चिपकाने की आवश्यकता क्यों आन पड़ी। माना कि चेंज करने को बोला था, विग लगाने को नहीं।
वाकई इसका डायलॉग सटीक है। सब राम के भरोसे है। माहौल बदला है तो राम-राम हो रहा है। भले कंटेंट में दम न हो। राम भरोसे चल जाएगा। राम दर्शकों की आस्था से जुड़े है। तभी तो आदिपुरुष में झोल करके आए है अब सफ़ाई अभियान में जुटे है। राम के नाम से सब चल जाएगा।