अकबर के नवरत्न के बारे में इतिहासकार गैंग ने इतना हऊवा बनाया है जैसे ये नौ लोग दुनिया में सबसे कमाल के लोग थे। थोड़ा परदा इन नवरत्नों से उठाते है। इन नौ लोगो में थे अबुल फ़ज़ल- अकबरनामा , आईनेअकबरी का लेखक और इसका बड़ा भाई शायर फ़ैज़ी। जी हाँ- फ़ज़लू और फ़ैज़ी दोनों भाई थे और इनके अब्बा हुज़ूर शेख मुबारक अकबर के भगोड़े अभियुक्त। अब्बा फ़क़ीर थे और कई अवैध औलादों में दो ये भाई प्रमुख थे।
चरणचट्टू दरबारियों में अग्रिम फ़ज़लू गद्य में और फ़ैज़ी सस्ती तुकबंदी छाप शेरोंशायरी पद्य में उस्ताद थे। अलबत्ता अकबर के मुँहलगे चापलूस भी थे। अबुल फ़ज़ल उर्फ़ फ़ज़लू मियाँ अव्वल दर्जे के औरतबाज़ , चापलूस और पेटू आदमी थे- इतने भुक्खड़ कि गुजरात के महमूद बेगड़ा को खाने में मात दे दें। जहांगीर और मुल्ला बदायूनी ने अपनी अपनी किताबों में फ़ज़लू की चापलूसी की कई जगह भर्त्सना की है। जहांगीर को फ़ज़लू से इतनी चिढ़ थी कि राजा वीर सिंह बुंदेला द्वारा उसका टेंटुआ मसकवा दिया । फ़ज़लू एक नंबर का क्रूर आदमी था जिसने अकबर के कई हेंचमैन वाले जॉब भी पूर्ण किए थे।