Home विषयसामाजिक #कसेंड्रा- ट्रॉय की राजकुमारी

ट्रॉय की राजकुमारी जिसके पास एक वरदान और एक शाप था।
वरदान यह था कि वह भविष्य को देख सकती थी और शाप यह था कि लोग उसकी बात अनसुनी कर देंगे।
वह चीखती रही कि ट्रॉय वाले राजकुमार पेरिस को त्याग दें वरना वह ट्रॉय के विनाश का कारण बनेगा लेकिन लोगों को सुंदर पेरिस पसंद था, वे उसपर मोहित थे।
कसेंड्रा फिर चीखी जब पेरिस हेलेन को उड़ा लाया लेकिन पेरिस और हेलेन की सुंदरता में मुग्ध ट्रॉयवासियों ने फिर अनसुना कर दिया।
कसेंड्रा रोती रही, चीखती चिल्लाती रही लेकिन विनाश की नियति को प्राप्त ट्रॉयवासी उसपर हंसते रहे, उसे मूर्ख पागल करार देते रहे।
फिर पेरिस के साथ साथ पुत्रमोही राजा प्रिएम, सज्जन वीर देशभक्त युवराज हैक्टर, स्वयं कसेंड्रा भी मारे गए।
मूर्ख ट्रॉयवासियों के साथ पूरा ट्रॉय जलकर राख हो गया।

जिस गृहयुद्ध की भयानकता को आप देख नहीं पा रहे हो उसकी भयानक आग की लपटें मुझे साफ-साफ दिखाई दे रहीं हैं।
पंजाब का खालिस्तानी कैडर और जाटों में फैला यूनियनिस्ट का गठबंधन ऑलरेडी हो चुका है।
पीएफआई कागजों में भले प्रतिबंधित हो लेकिन जमीनी स्तर पर वह पूर्ण प्रशिक्षित दो लाख लड़ाके तैयार कर चुका है।
हमारी उम्मीद अड़तालीस प्रतिशत ओबीसी और उन्नीस प्रतिशत दलित हैं लेकिन आप क्या कर रहे हैं?
जिस अम्बेडकर को आप दिनरात अपमानित करके उनकी विरासत को आपने धूर्त पेरियारवादियों को सौंप दिया है वही देशघाती पेरियारवादी अम्बेडकर के नाम की ओट में ‘भीम-मीम’ गठबंधन बना चुके हैं जो दिनोंदिन मजबूत होता जा रहा है।
याद रखना,यह भीम-मीम गठबंधन इतना भयानक नुकसान पहुंचाएगा जिसकी कल्पना तक आप नहीं कर पा रहे हो।
आप देख नहीं पा रहे पर आप अकेले होते जा रहे हैं।
आप जर्मनी में यहूदियों की तरह सबकी घृणा के पात्र बनते जा रहे हैं क्योंकि आप जन्मनाजातिगतश्रेष्ठता को छोड़ने को तैयार नहीं।
आप जब ये किस्से सुनाते हैं न कि हम तो जी साथ बैठकर खाते हैं, हम उन्हें बड़ा सम्मान देते हैं तो वस्तुतः आप उनपर अपना बड़प्पन थोपकर उनपर एहसान लाद रहे हैं।
समदर्शिता दिखावे के इन उदाहरणों से नहीं बल्कि ह्रदय से आएगी और वह तब प्रदर्शित होगी जब आप करपात्री और निश्चलानंद जैसे धर्मगुरुओं की घोर भर्त्सना और बायकॉट करने की हिम्मत जुटा लेंगे जो निरंतर यह जहर आपके अंदर भरते आ रहे हैं।
भीम-मीम गठबंधन आपके लिए रक्तपिपासु भेड़ियों का झुंड है और इसे और किसी ने नहीं बल्कि स्वयं आपने ही तैयार किया है।
एक तूफान आने वाला है जिसकी आँच हमारी आने वाली पीढ़ी तक पहुंचने वाली है जो केवल मोदी के रहने तक रुका हुआ है।
कसेंड्रा की तरह मेरे जैसे लोग आज भी अकेले अरण्यरुदन कर रहे हैं क्योंकि जलना तो आपके साथ हमें भी है।

Related Articles

Leave a Comment