Home लेखकMann Jee भूरेलाल के अमेरिकी तजुर्बे

भूरेलाल के अमेरिकी तजुर्बे

Mann Jee

by Mann Jee
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भूरेलाल उर्फ़ मिस्टर ब्राउन रेड अमेरिका में कई साल से रह रहे थे। एक नई नौकरी पाने के बाद ज्ञात हुआ कंपनी महीने के पचास डॉलर अदा करती है यदि कोई मालिश या फिजियो करवाये। मिस्टर ब्राउन रेड की लंबी पेंडिंग अमेरिकी तमन्ना- मालिश करवाने की इच्छा जागृत हो गई। आनन फ़ानन में अपॉइंटमेंट बुक किया और तयशुदा दिन जा पहुँचे।

मालिश सेंटर पर जा कर पता चला- masseuse अर्थात् मालिश वाली ताड़का चची के खानदान की है। अश्वेत-हट्टी कट्टी और बलिष्ठ। मिस्टर ब्राउन रेड से पूछा गया- क्या लेवल की मालिश चाहिए- हल्की, मध्यम या कर्री? मिस्टर ब्राउन रेड के कर्री कहने पर ताड़का ने मिस्टर ब्राउन रेड की ताबड़तोड़ मालिश करी- धुले कपड़े की मानिंद निचोड़ कर करी। ठोंक पीट कर एक घंटे में मिस्टर ब्राउन रेड को दुरुस्त कर दिया।

मिस्टर ब्राउन रेड कहारते वापस आये- पीठ ऐसी प्रतीत हुई जैसे पीठ की मांसपेशियां किसी ने निकाल फिर से लगायी हो। मिस्टर ब्राउन रेड ने अपने कान पकड़े और आइंदा मालिश जैसी हिमाक़त ना करने की क़सम खाई।

भूरेलाल उर्फ़ मिस्टर ब्राउन रेड अमेरिका में नये नये आये थे। अपार्टमेंट एक दिल्ली वाले बंगाली बाबू के साथ शेयर कर रहे थे- चटर्जी। चटर्जी बाबू चूँकि दिल्ली के पैदाइश थे तो रंगीले और एडिवनेचरस थे। दोनों नये नये अमेरिका आये थे । एक लौंग वीकेंड पर दोनों ईस्ट कोस्ट पर स्थित एक समुद्री टाउन जा पहुँचे जहां के नाईट क्लब बड़े नामचीन थे।
मिस्टर ब्राउन रेड भारतीय छोटे क़स्बे वाले संकुचित मानसिकता वाले प्राणी कभी अमेरिका नाईट क्लब में ना गये थे- चटर्जी के मानमुनाव के बाद दोनों एक नाईट क्लब जा पहुँचे। अंदर का माहौल ग़ज़ब का था। उन्मुक्त और खुला। चटर्जी तुरंत मादा की तलाश में दौड़ गया और मिस्टर रेड ब्राउन बार काउंटर पर बैठ मुआयना करने लगे। मिस्टर रेड ब्राउन ने देखा क्लब में महिला महिला के साथ और पुरुष पुरुष के साथ चुंबन आलिंगन और कूचीकूँ करने में और जिस्मजोड़ नृत्य करने में व्यस्त है। मिस्टर ब्राउन के कुत्ते वहीं से फेल शुरू होने लगे।
थोड़ी देर में एक गोरा मिस्टर ब्राउन के धोरे आया और साथ नृत्य करने की इजाज़त माँगी। बस मिस्टर ब्राउन वही अपना आपा खो बैठे और चटर्जी के तलाश में भागे। चटर्जी दो मादायो के बीच आने की कोशिश में धराया गया। खोपछे में ले कर जाने पर चटर्जी को जब असलियत बतायी तो दोनों क्लब से भूत मानिंद सरपट हो लिये।
नाईट क्लब गुड़ उर्फ़ मीठे लोगों का था- कदाचित् दो लड़कों को एक साथ एंट्री यूहीं दे दी गई थी।इज्जत बची तो लाखों पाये!

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