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गोधरा एक भयावह मंजर

by Sharad Kumar
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एक समाज में रहने के साथ साथ हमें हमेशा हर चीज के लिए तैयार रहना चाहिए पर कितना भी हो जाये एक बात के लिए हम कभी तैयार नहीं हो सकते वो है दंगा दंगा चाहे सांप्रादियक हो या राजनीतिक जब भी होगा समाज में हर वर्ग को इसका नुकसान उतना पड़ता है पड़ता रहेगा और इंसानियत मरती है आज हम ऐसे ही एक काले दिन और दंगे की बात करेंगे जिसको याद करने के साथ हमारी रूह तक काँप जाती है कैसे खौफनाक मंजर थे वो हम बात करने जा रहे है साल 2002 में गुजरात राज्य के गोधरा कांड की

मैं यहाँ जो भी लिखने जा रहा हूँ किसी को बढ़ावा देने के लिए नहीं बल्कि उन सच बातो को बताने की कोशिश करने जा रहा हूँ जिन बातो को आज की सरकार ने बदल कर नयी कहानी गोधरा से जोड़ दी जो की सच से बिलकुल अलग है यहाँ पर जाती विशेष को निशाना बना कर गोधरा के सच को छुपाया गया है मैं उसी सच से आप सब को रूबरू करवाने जा रहा हूँ

कहानी यूँ तो गुजरात की है लेकिन इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से होती है बाबरी मस्जिद उत्तर प्रदेश के अयोध्या ज़िले में रामकोट पहाड़ी (“राम का किला”) पर एक मस्जिद थी। रैली के आयोजकों द्वारा मस्जिद को कोई नुकसान नहीं पहुंचाने की भारत के सर्वोच्च न्यायालय] वचनबद्धता के बावजूद श्री राम भक्तों ने बाबरी ढांचे को गिरा दिया , 1992 में 150,000 लोगों की एक हिंसक रैली के दंगा में बदल जाने से यह विध्वस्त हो गयी।मुंबई और दिल्ली सहित कई प्रमुख भारतीय शहरों में इसके फलस्वरूप हुए दंगों में 2,000 से अधिक लोग मारे गये। इस कांड के १० साल बीत चुके थे लेकिन अभी भी मामला पूरी तरह से शांत नहीं हुआ था फ़रवरी 2002 में विश्व हिन्दू परिषद् ने राम मंदिर मामले को लेकर एक रैली का आयोजन किया था इस आयोजन का नाम पूर्णाहुति महायज्ञ दिया गया इसमें भाग लेने के लिए लगभग सम्पूर्ण देश से लाखो सनातनी या हिन्दू राम भक्त गए थे जिनको आम शब्दों में कारसेवक कहा जाता है

कारसेवक कर शब्द से बना है और इसका मतलब होता है स्वेच्छा भाव से सेवा करने वाला यज्ञ समाप्त होने के बाद 25 फ़रवरी 2002 को एक ट्रेन साबरमती एक्सप्रेस अयोध्या से अहमदाबाद के लिए निकली इस ट्रेन के बोगी नंबर S5 और S6 में सिर्फ कारसेवक बैठे थे जयादातर लम्बी दूरी की ट्रेन लेट होती है उस दिन भी यही हुआ जो ट्रेन सुबह 4 बजे अहमदाबाद पहुंच जाती थी वो उस दिन सुबह साढ़े छह बजे गोधरा से एक स्टेशन पहले दाहोद रेलवे स्टेशन पर रुकी हुई थी वहाँ से इंजन बदल कर वो ट्रेन चली और सुबह 7 बजकर 43 मिनट पर गोधरा स्टेशन पर आकर रुकी बल्कि ट्रेन की चैन खींच कर इसको जबरन रोका गया और यह चैन एक बार नहीं कई बार की गयी ऐसा बयान ट्रेन के ड्राइवर ने दिया ये ट्रेन पूरी तरह से स्टेशन पर नहीं पहुंची थी बल्कि स्टेशन से कुछ दुरी पर आउटर पर खड़ी थी जहाँ ये ट्रेन खड़ी हुयी वही पर मुस्लिम आबादी की बस्ती थी ट्रेन खड़ी ही थी की अचानक 2000 से अधिकः लोग ट्रेन के पास पहुंचे और  बोगी नंबर S5 और S6 को अपना निशान बनाया उनमे पत्थरबाजी की गयी और कुछ लोग ट्रेन के अंदर घुस कर बोगी नंबर S5 और S6 में सवार लोगो पर धारदार हथियार से वार किये फिर उन बोगियों को आग के हवाले कर दिया गया

इस भयावह आगजनी में लगभग 60 लोगो की मौत मौके पर ही हो गयी और लगभग ५० लोग आग में बुरी तरह से झुलस गए या हमले से घायल हो गए ! मरने वालो में 23 पुरुष , 28 महिलाये और 10 बच्चे शामिल थे यहाँ से एक बात तो साफ़ हो गयी की अगर मुस्लिम लोग हिन्दू लोगो पर हमला करेंगे तो वो साम्प्रदायिक ही होगा इस हादसे  के बाद साबरमती एक्सप्रेस शाम साढ़े ६ बजे अहमदाबाद स्टेशन पहुंची वहाँ दंगे में मारे गए लोगो के शवों को उनके परिजन को न देकर विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यालय ले जाना था जो की शहर के बीचो बीच से ले जाना था जिसे देख कर हिन्दू जनाक्रोश भड़क उठा रॉड और लाठी से लदे कारसेवको ने नारे बजी शुरू कर दी – खून का बदला खून

अब अहमदाबाद के आस पास क्षेत्रों से कारसेवक जमा होने लगे अहमदाबाद से ५० कारसेवक स्पेशल बस में सवार होकर शाम साढ़े 6 बजे के लगभग मोदासा के वडाग्राम में पहुंचे वहां 500 लोगो की भीड़ ने कारसेवको की अगवानी की और कारसेवको ने भीड़ को उस दंगे के बारे में बताया इसके बाद रात करीब 9 बजे तक यह भीड़ हजारो में पहुंच चुकी थी जिसे रोक पाना वहाँ मौजूद पुलिस के लोगो के बस में नहीं था कुछ ही देर में छुटपुट हिंसा की खबरे आसपास की पुलिस चौकियों में पहुंचने लगी थी ऐसे ही रात बीती और सुबह हुई दिन था 28 फरवरी का यहाँ तमाम सगठनो के नेताओ ने गोलबंदी की और 28 फरवरी और 1मार्च को गुजरात बंद का ऐलान कर दिया इसमें तमाम सगठनो के नेता शामिल थे और इसकी अगुवाई विश्व हिन्दू परिषद् कर रहा था गुजरात राज्य के ख़ुफ़िया ब्यूरो ने इसकी सूचना गृह मंत्री , पुलिस कमिश्नर और एस पी अफसर को भेजी की वी एच पी ने गुजरात बंद किया है इसकी निगरानी रखी जाये

 

आगे जारी रहेगा….

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