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किसान आंदोलन के बाद अब पहलवान आंदोलन

by Ajit Singh
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तो लीजिए साहे बाण मेहर बाण कदर दाण
किसांड आंड तोलन की अपार सफलता के बाद पेश ए खिदमत है पीलवांड आंडतोलन
खबर ये है कि पूरे 4 महीने की खोज पड़ताल पिलानिंग और गैंड ताईं का जोर ला के बी विदेश फोगाट गैंग कोई ऐसी लड़की नही खोज पाई जो BBSS पे Rayप , mall station के झूठे आरोप लगा सके ।
हुड्डा साब के चश्म ओ चिराग junior हुडा साब के पुण्य प्रताप से एक अखाड़ा संचालक की 4 चेलियां good Touch bad Touch की शिकायत लिखाने को तैयार हुई हैं ।
वो भी एक मोटी रकम की एवज में ।
उसमे भी सिर्फ इतनी Complaint की है कि BBSS ने हमारे कंधे पे हाथ रखा , यहां छुआ , वहां छुआ ।
सिर्फ मुंह जबानी आरोप हैं ।
कोई गवाह ,कोई proof, कोई evidence नही है।
सिर्फ मुंह जबानी आरोप हैं ।
बस इन्ही आरोपों पे ही ये इतना बड़ा वितंडा खड़ा किया गया है ।
अब आगे इनकी पिलानिग ये है कि परसों यानी 4 May को दिल्ली पुल्स को सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट देनी है कि FIR दर्ज करने के बाद क्या हुआ ,क्या जांच की ?
अब तक BBSS को गिरफ्तार कर जेल क्यों नहीं भेजा ?
दिल्ली पुल्स सुप्रीम कोर्ट में बता देगी की माई बाप , प्रारंभिक जांच में पीड़िता लोग कोई ठोस आरोप और ठोस सबूत नहीं दे पाई हैं इसलिए इस ढीले ढाले केस में कोई दम नहीं है
गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं है ।
इतना सुनते ही पहलवाण्ड जी लोग छाती पीट , चूड़ी तोड़ , रूदाली विलाप करते जंतर मंतर से उठ के सिंधू बॉडर और टीकरी बॉडर पे जा बैठेंगे……
हमको दिल्ली पुल्स पे भरोसा नहीं
हमको सुप्रीम कोर्ट पे भरोसा नहीं
हमको CBI पे भरोसा नहीं
हमको मूडी जी पे भरोसा नहीं …….
हुडा साब की कांग्रेस पार्टी और खाप पंचायतें पूरी तैयारी कर ही चुकी हैं।
5लाख ट्रेक्टर और 35लाख किसान तो हैं ही
फिलहाल 10 May तक ,जब तक कर्नाटक चुनाव नही हो जाते , ये तमाशा चलता रहेगा ।
उसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव तक ।
इस बार खट्टर साब विधान सभा चुनाव लोकसभा के साथ ही कराना चाहते हैं ।
पर जमीनी रिपोर्ट नफा नुकसान कुछ अलग ही कहानी कह रहे ।
It’s Jat vs Non Jat उर्फ 35जाति इन हरियाणा।
Non Jat vote पूरी मजबूती से खट्टर के साथ Consolidate हो रहा है ।
अहीरवाल में हरियाणा के अहीर भी एकजुट हो रहे हैं ।
उनको नरसिंह यादव का दर्द उठ रहा है ।
इधर शाहीन बाग वाले सभी तत्व लगभग आ ही चुके हैं ।
सिर्फ शरजील इमाम और शफूरा जरगर बाकी हैं ।
मेधा पाटकर , केजरु , पप्पू यादव , वृंदा करात , चंद्र शेखर रावण, ये सब भी हाजरी लगा ही गए हैं ।
सच ये है कि ये लड़ाई अब कुश्ती संघ WFI के अध्यक्ष पद की नही बल्कि हरियाणा चुनाव की बन गई है ।
कुल मिला के ये तमाशा भी हरियाणा congress के लिए counter productive ही होगा ।

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