यह मामला ईरान का है ! ईरान में मुस्लिम महिलाये अब विद्रोह पर उतर गयी है और उन्होंने अपने हिजाब को उतार कर उसे जलना शुरू कर दिया है इनमे से कुछ महिलाये अपने बालो को भी काट रही है क्यों कर रही है महिलाये यह सब ! दरअसल कुछ दिन पहले ईरान में महसा आमिनी नामक 22 साल की युवती ने हिजाब पहनने से इनकार कर दिया था जिसके कारण वहां की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और जेल में डाल दिया फलस्वरूप पुलिस कस्टडी में उसकी संदिग्ध परिस्थितयो में मृत्यु हो गयी | महसा आमिनी की मौत के बाद मामले ने तुल पकड़ लिया , वहाँ की न्यूज़ के अनुसार पोस्टमार्टम में पता चला की पुलिस कस्टडी में महसा आमिनी की मौत सर में फ्रैक्चर होने की वजह से हुई थी जिसके बाद वहाँ की महिलाओ ने महसा आमिनी के समर्थन में ईरान पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया
वहाँ की महिलाओ ने कहा की ईरान के नियम के अनुसार सात साल की उम्र से हम अपने बालों को नहीं ढकेंगे तो हम स्कूल नहीं जा पाएंगे और ना ही नौकरी पा सकेंगे। हम इस लैंगिक रंगभेद शासन से तंग आ चुके हैं। महिलाओ द्वारा प्रदर्शन इतना तेज़ हो चुका है की पूरे ईरान में बड़ी ही तेजी से बढ़ रहा है जिससे निपटने के लिए वहाँ की पुलिस ने साघेज शहर में प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला दीं। वहाँ से प्राप्त कुछ वीडियोस में ईरान के तेहरान विश्वविद्यालय की छात्राएं बड़ी संख्या में विरोध में शामिल हो रही हैं।
बहादुर महिलाओं ने अब सड़कों पर धावा बोल दिया। नारा लगाया कि डरो मत, हम सब एकजुट हैं। उन्होंने भी यह बताया कि सुरक्षा बलों ने गोलियां चलाईं और कुछ घायल भी हुए लेकिन अब आवाज नहीं रुकेगी।
भारत में कुछ न्यूज़ चैनल और सामाजिक कार्यकर्ता इस तरह का प्रदर्शन हिजाब को लेकर , भारत में क्यों नहीं हो रहे ? इस पर बात कर रहे है हिजाब पहनना या ना पहनना किसी का अपना निजी फैसला है इस पर बहस नहीं करनी चाहिए हाँ अगर महिलाओ के अधिकारों का हनन हो तो उसके खिलाफ जरूर आवाज़ उठानी चाहिए जैसा की ईरान की महिलाये कर रही है वहाँ की महिलाओ के अधिकारों का हनन हो रहा था जिसके खिलाफ उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया है जो की सही है पर हिजाब उनके धर्म से जुड़ा फैसला है इस पर किसी को कोई प्रतिक्रिया नहीं करनी चाहिए ना देनी चाहिए