अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिन से पुनः शोर मचा रहे है कि देश का प्रधानमंत्री पढ़ा-लिखा ही होना चाहिए। तब से मेरे मन में रह रहकर विचार आ रहा है कि पढ़े लिखे होने की परिभाषा क्या है? क्या अरविंद…
अमित सिंघल
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मुद्दाअमित सिंघलज्ञान विज्ञानलेखक के विचारविदेशसाहित्य लेख
क्या एक भारतीय प्रमाणपत्र अमेरिकी नागरिको का जीवन बदल सकता है?
by अमित सिंघलby अमित सिंघल 60 viewsअमेरिका समेत कुछ पश्चिमी राष्ट्र व्यक्तियों को अपनी “पहचान” चुनने का अधिकार देते है। उदाहरण के लिए, जन्म के समय किसी का जेंडर पुरुष था। लेकिन कुछ वर्ष बाद उस व्यक्ति को लगा कि वह महिला है। अतः वह अपना…
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अमित सिंघलइतिहासमुद्दासाहित्य लेख
कम्युनिस्ट तानाशाह निकोलाइ चाउसेस्क्यू
by अमित सिंघलby अमित सिंघल 43 viewsकम्युनिस्ट तानाशाह निकोलाइ चाउसेस्क्यू सन 1965 से यूरोप में के देश में रोमानिया में शासन किया। 1989 में पोलैंड, पूर्वी जर्मनी (उस समय यह एक अलग देश था), हंगरी, बुल्गारिया, चेकोस्लोवाकिया में क्रांति का दौर था और कम्युनिस्टो को जनता…
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भारत निर्माणअमित सिंघलइतिहासप्रेरणादायकसामाजिक
लिथियम का द्वितीय सबसे विशाल भंडार भारत में : लिथियम का प्रयोग
by अमित सिंघलby अमित सिंघल 60 viewsलिथियम खनिज का प्रयोग सेल फ़ोन एवं इलेक्ट्रिक कार की बैटरी बनाने में होता है। इसके अलावा लिथियम का प्रयोग कई अन्य आधुनिक एवं महत्वपूर्ण उद्यमों एवं उत्पाद के लिए होता है। माना जाता है कि अगर सभी पेट्रोल-डीजल कारो…
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भारत निर्माणअमित सिंघलमुद्दाराजनीतिलेखक के विचारसामाजिक
असली पावर या शक्ति का प्रदर्शन
by अमित सिंघलby अमित सिंघल 56 viewsमेरा कार्यक्षेत्र राजनैतिक और अंतराष्ट्रीय सम्बन्धो के विषयो से जुड़े होने के कारण विदेश नीति के बारे में लिखने से बचता रहा हूँ. फिर भी, संकेतो में कुछ कहने का प्रयास करता हूँ. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में राजनीति शास्त्र के अध्ययन…
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अमित सिंघलज्ञान विज्ञानलेखक के विचारशिक्षासामाजिक
विकसित देशो में उच्च शिक्षा में एडमिशन के लिए मारा-मारी नहीं
by अमित सिंघलby अमित सिंघल 59 viewsविकसित देशो में उच्च शिक्षा में एडमिशन के लिए मारा-मारी नहीं है। छात्र-छात्राएं प्रख्यात विश्वविद्यालयों एवं तकनीकी संस्थानों में एडमिशन चाहते है। अगर उनमे एडमिशन नहीं मिला, तो किसी अन्य संस्थान में प्रवेश मिल जाता है। बाद में वे रियलाइज़…
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मुद्दाअमित सिंघलअर्थव्यवस्थाभारत निर्माणलेखक के विचारसामाजिक
भारत के धनाढ्य वर्ग की संपत्ति में हुई बढ़ोत्तरी
by अमित सिंघलby अमित सिंघल 49 viewsऑक्सफैम इंडिया ने एक रिपोर्ट में बताया कि भारत के धनाढ्य वर्ग की संपत्ति में बहुत बढ़ोत्तरी हुई है। इस कथन के सपोर्ट में रिपोर्ट के फुटनोट में एक डाटा स्विट्ज़रलैंड स्थित क्रेदी स्वीस – Credit Suisse – (एक वित्तीय…
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पिछले दिनों कुछ आकड़े सामने आए जो सामूहिक रूप से इंगित करते है कि भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार स्टेबल एवं सुदृढ़ होती जा रही है। प्रथम, भारतीयों ने सेल फ़ोन से, UPI (फोनपे, पेटीएम, भीम, रुपे इत्यादि) के द्वारा अकेले दिसंबर…
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भारत में अधिकांश लोगो को भ्रांति होती है कि विदेशी लोग आलसी होते है; 9 से 5 की नौकरी करते है; बीच में दो घंटे का लंच ब्रेक लेते है; दारु पीकर, नशा करके लोटे रहते है। भारत में जरा…
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अमित सिंघलइतिहासज्ञान विज्ञान
रोमन साम्राज्य के समय नई तकनीकि के सृजन और प्रसारण पे सरकार का एकाधिकार
by अमित सिंघलby अमित सिंघल 84 viewsरोमन साम्राज्य (लगभग 2000 वर्ष पूर्व) के समय नई तकनीकि के सृजन और प्रसारण पे सरकार का एकाधिकार था। सम्राट टिबेरियस के शासन के समय एक व्यक्ति ने एक न टूटने वाले कांच का आविष्कार किया। वह सम्राट टिबेरियस की…