एक राजा राममोहन राय वह हैं जो अपने विवाह का सारा खर्च अकालपीड़ितों को भोजन कराने में खर्च कर देते हैं तो एक राजा राममोहनराय वह भी हैं जो अपनी माता को लाख रोने गिड़गिड़ाने पर भी तीर्थयात्रा पर नहीं…
देवेन्द्र सिकरवार

देवेन्द्र सिकरवार
चरबीगोलों व नासाचार्यों का भयंकर विरोधी व दलितों को आरक्षण समर्थक एक अनीश्वरवादी गर्वित हिंदू।
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मुद्दादेवेन्द्र सिकरवारप्रेरणादायकसच्ची कहानियांसाहित्य लेख
झकझकिया_का_गंगावतरण
by देवेन्द्र सिकरवार 12 viewsआजकल एक तथाकथित ‘मूलनिवासी विद्वान’ राजेन्द्र सिंह का बड़े जोरों से रंग चढ़ा हुआ है इसलिये हमारा भाई चींटे को रेवड़ी की तर्ज पर सीना फुलाकर ‘ही ही ही’ करते हुए अक्सर पूछता हुआ पाया जाता है कि अगर ब्राह्मी…
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ब कोई भी व्यक्ति कुछ बोलता है तो उसके शब्दों से नहीं बल्कि उसके दृष्टिकोण से उसका मंतव्य स्पष्ट होता है। -वल्लभाचार्य जब कृष्ण को ‘रसिया’ कहते हैं और एक वामपंथी उन्हें ‘रसिया’ कहता है तो दोंनों के दृष्टिकोण में…
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यह भारतीय इतिहास की विडंबना ही है कि वे हमेशा यूरोपियन इतिहासकारों के नैरेटिव पर नाचते हुए उनपर प्रतिक्रिया मात्र देते हैं जिसमें एक यह भी है कि सिकंदर के प्रत्यावर्तन किसके कारण हुआ? यूरोपियन इतिहासकार सिकंदर से पुरु की…
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देवेन्द्र सिकरवारज्ञान विज्ञानलेखक के विचारशिक्षासामाजिक
बच्चों_को_क्या_सिखाएं
by देवेन्द्र सिकरवार 34 viewsमुझे अपने बाल्यकाल की याद है जब मेरे पिता प्रति सांय रामायण महाभारत की कथा सुनाते थे। वे मुझे कभी मंदिर लेकर नहीं गए परंतु प्रतिदिन सांयकाल को घर की आरती में खड़ा करते, दादी के चरण स्पर्श करवाते और…
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राजनीतिइतिहासईश्वर भक्तिजाति धर्मदेवेन्द्र सिकरवार
ढाल तथा तलवार और द केरल स्टोरी
by देवेन्द्र सिकरवार 27 viewsप्राचीन भारतीय युद्ध पद्धति में एक बहुत बड़ी खामी थी और वह थी ढाल व कवच को प्रॉपर महत्व न देना। जहाँ स्पार्टन व रोमनों ने विशाल धात्विक ढालों का प्रयोग कर असाधारण रणनीतिक घातकता प्राप्त की वहीं हिंदू सैनिकों…
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नयाईश्वर भक्तिजाति धर्मदेवेन्द्र सिकरवार
क्या_हिंदुओं_का_भगवान_रोता_है?
by देवेन्द्र सिकरवार 33 views‘द केरला स्टोरी’ के ट्रेलर में धूर्त मुस्लिम लड़की हिंदू लड़की से पूछती है कि कैसा है तुम्हारा गॉड शिवा जो पत्नी के मर जाने पर आम इंसानों की तरह रोता है? हिंदू लड़की के मन में जिस संदेह का…
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कहानियाईश्वर भक्तिदेवेन्द्र सिकरवारलेखक के विचारसच्ची कहानियांसामाजिक
बिसोबा खेचर – बहुदेववादी सर्वेश्वरवाद Vsहिंसक एकेश्वरवाद
by देवेन्द्र सिकरवार 34 views“अरे बिठोबा! कितने सुंदर लग रहे हो तुम और कैसी मादक सुगंध आ रही है तुमसे।” प्रसन्न किशोरी पुष्पवाटिका में पुष्पों को देखकर ताली बजा रही थी। “अरे विट्ठल! क्या अजीब स्वर निकालते हो तुम।” वही किशोरी गधे को रेंकते…
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इतिहासकहानियादेवेन्द्र सिकरवारलेखक के विचारसामाजिक
विश्व_का_प्राचीनतम_आर्य_अभिलेख
by देवेन्द्र सिकरवार 37 viewsयह जो ऊपर चित्र आप देख रहे हैं जानते हैं वह क्या है? यह मिट्टी की टेबलेट पर लिखा गया एक अभिलेख है जिसकी भाषा हुर्रियन है, लिपि कीलाक्षरी है और उसमें उल्लेखित देवता हिंदू हैं। -हिंदू देवता ‘इंद्र’, -हिंदू…
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नयाईश्वर भक्तिमुद्दासच्ची कहानियां
भगवान परशुराम: जातीय नायक या राष्ट्रीय महानायक
by देवेन्द्र सिकरवार 49 viewsहिंदू संसार की एक ऐसी कौम जिसके लोग उसी डालों को काट रहे हैं जिस पर वे बैठे हुए हैं। हिंदुत्व का यह वृक्ष जिसकी प्रत्येक शाखा समान रूप से महत्वपूर्ण है, उन्हें कुछ लोग अपने जातीय अहं की कुल्हाड़ी…