हाथी के घर लड़का हुआ ……. तो उसने उसे गोद में ले के कहा- ‘हमरी जिन्दगी का एक ही मक़सद है कि हमार बिटवा पेड़ पर चढ़ेगा।’ अब पूरे जंगल में ये बात फ़ैल गयी कि कामयाब वो जो झट…
कहानिया
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चित्र में दिख रहे दरवाजे का खंडहर कोई सामान्य दरवाजा नहीं है। कभी इस दरवाजे से छः से साढ़े छः फीट लंबे, सुंदर व कठोर शरीर वाले ऐसे भयानक योद्धा निकलते थे जिनकी ख्याति संसार भर में फैली हुई थी।…
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चलचित्रकहानियाजाति धर्मतत्वज्ञ देवस्यमुद्दा
धर्म परिवर्तन और लव जिहाद: – द केरला स्टोरी
by तत्वज्ञ देवस्य 39 viewsदर्शक जो आज #TheKeralaStory देख कर बाहर निकले तो उनके नेत्रों में आंसू थे,उनमें से अधिकतर लड़कियां थीं,उनमें से एक ने कहा,उसके कोचिंग के बाहर कुछ लड़के रोज़ आते हैं,अपनी बहन को पिक अप करने के बहाने और उनमें से…
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कहानियाईश्वर भक्तिदेवेन्द्र सिकरवारलेखक के विचारसच्ची कहानियांसामाजिक
बिसोबा खेचर – बहुदेववादी सर्वेश्वरवाद Vsहिंसक एकेश्वरवाद
by देवेन्द्र सिकरवार 36 views“अरे बिठोबा! कितने सुंदर लग रहे हो तुम और कैसी मादक सुगंध आ रही है तुमसे।” प्रसन्न किशोरी पुष्पवाटिका में पुष्पों को देखकर ताली बजा रही थी। “अरे विट्ठल! क्या अजीब स्वर निकालते हो तुम।” वही किशोरी गधे को रेंकते…
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इतिहासकहानियादेवेन्द्र सिकरवारलेखक के विचारसामाजिक
विश्व_का_प्राचीनतम_आर्य_अभिलेख
by देवेन्द्र सिकरवार 37 viewsयह जो ऊपर चित्र आप देख रहे हैं जानते हैं वह क्या है? यह मिट्टी की टेबलेट पर लिखा गया एक अभिलेख है जिसकी भाषा हुर्रियन है, लिपि कीलाक्षरी है और उसमें उल्लेखित देवता हिंदू हैं। -हिंदू देवता ‘इंद्र’, -हिंदू…
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अपनी पत्नी को खो देने के बाद ना चाहते हुए भी मनोहर बाबू को उनके बेटे बहु शहर ले आएं शायद बिरादरी का दबाव था या समाज में अपनी छवि का …. यहां आकर मनोहर बाबू को अक्सर तानों से…
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नयाअपराधकहानियापुस्तक (कहानी श्रृंखलाबद्ध)मधुलिका यादव शची
गांव में चोरी भाग 1
by मधुलिका यादव शची 44 viewsदरोगा जी जो इन्क्वायरी करने आये थे वो बहुत ही अनुभवी थे, वो ट्रेनिंग में अक्सर बताया करते थे कि जिस तरह से मृत होने के बाद मनुष्य की आत्मा वहां थोड़ी देर के लिए रुककर हंसती है वैसे ही…
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ऐतिहासिककहानियातत्वज्ञ देवस्यप्रेरणादायकलेखक के विचारसामाजिक
गंगा पुत्र भीष्म का अंत और झूठा सम्मान
by तत्वज्ञ देवस्य 60 viewsकभी कभी जिन्हें आप वर्षों से अपना आदर्श मानते हैं,उन्हें गुरु तुल्य सम्मान देते हैं,आदर,मान देते हैं,फिर कई वर्षों पश्चात अचानक से आपको उनकी सच्चाई पता चलती है,तो एक बार आप यकीन नहीं कर पाते हैं,क्योंकि अब तक आप उनसे…
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कहानियात्रिलोचन नाथ तिवारीलेखकों की चुटकीसामाजिकहास्य व्यंग
बाभन का बुखार
by त्रिलोचन नाथ तिवारी 58 viewsएक बार बुखार और फोड़ा कहीं रास्ते में मिल गये। दोनों ने एक-दूसरे का हाल-चाल पूछा तो पता चला कि दोनों परम दुःखी! बुखार ने फोड़े से पूछा – पहले तू बता कि आखिर बात क्या है? क्यों दुःखी है…
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नयाकहानियानितिन त्रिपाठीमीडियाराजनीतिसामाजिक
पत्रकारिता एक मजाक क्यों बन गया है
by Nitin Tripathi 50 viewsस्कूल में बच्चों से पूछा जा रहा था कि उनके पिता क्या करते हैं, कितना कमाते हैं. एक बच्चे ने बताया मेरे पिता जी पहले गे गिगोलो थे. पुलिस ने पकड़ा और जेल में छः महीने रहे. फिर वापस आकर…