कहतें हैं कि मुम्बई मायानगरी है जहाँ छोटे-छोटे इंसानों के बड़े बड़े सपने पूरे हुए हैं…पर काशी… अरे वही काशी जिसे बनारस, वाराणसी, आनंद कानन, अविमुक्ति क्षेत्र, अपुनर्भव भूमि भी कहते है। अरे वही काशी जो ज्ञान की शलाका है,औघड़ों…
तत्वज्ञ देवस्य
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चलचित्रकहानियाजाति धर्मतत्वज्ञ देवस्यमुद्दा
धर्म परिवर्तन और लव जिहाद: – द केरला स्टोरी
by तत्वज्ञ देवस्य 39 viewsदर्शक जो आज #TheKeralaStory देख कर बाहर निकले तो उनके नेत्रों में आंसू थे,उनमें से अधिकतर लड़कियां थीं,उनमें से एक ने कहा,उसके कोचिंग के बाहर कुछ लड़के रोज़ आते हैं,अपनी बहन को पिक अप करने के बहाने और उनमें से…
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अतिवाद सदैव हानिकारक होता है। अंतत: परशुराम जयंती बीत गयी… परंतु धीरे-धीरे एक बात स्पष्ट होती जा रही हैं कि हम अतिवाद का शिकार होते जा रहे है और ये अतिवाद हर प्रकार से हमारे लिये हानिकारक सिद्ध होगा। परशुराम…
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देश में अचानक एक घटना हो जाती है और आप ठहर कर उस घटना की प्रतिक्रियाएं पढ़ते-देखते हैं। दो तीन दिनों तक उन प्रतिक्रियाओं को पढ़ने-देखने के बाद आप मूक हो जाते हैं। लगभग जड़। ठगा हुआ महसूस करते हैं।…
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ऐतिहासिककहानियातत्वज्ञ देवस्यप्रेरणादायकलेखक के विचारसामाजिक
गंगा पुत्र भीष्म का अंत और झूठा सम्मान
by तत्वज्ञ देवस्य 60 viewsकभी कभी जिन्हें आप वर्षों से अपना आदर्श मानते हैं,उन्हें गुरु तुल्य सम्मान देते हैं,आदर,मान देते हैं,फिर कई वर्षों पश्चात अचानक से आपको उनकी सच्चाई पता चलती है,तो एक बार आप यकीन नहीं कर पाते हैं,क्योंकि अब तक आप उनसे…
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जाति धर्मईश्वर भक्तितत्वज्ञ देवस्यमुद्दासामाजिक
Saturation Point (Unfiltered Things)
by तत्वज्ञ देवस्य 46 viewsसैचुरेशन प्वाइंट (अनफिल्टर्ड विचार) कल उत्तरप्रदेश के एक प्रतिष्ठित नाइट मार्केट में जाना हुआ,वहां चहुं ओर,एक दूसरे से सटे फूड ज्वाइंट्स थे, जिसमें वेज–नॉन वेज सब अगल बगल बन रहा था,और लोग कुर्सियों पर,गाड़ियों में,बाइक पर, पेड़ के नीचे खड़े…
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वे हमारे बीच चलते हैं.. वे हमारे अपने होने का ढोंग करते हैं.. वे हमारा उपयोग, अपने नकरात्मक उद्देश्यों के लिए करते हैं.. पहले चित्र में एक परजीवी द्वारा अपहृत कीट दिखाया गया है जो परजीवी की गिरफ्त में है…
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राजनीतिअपराधतत्वज्ञ देवस्यभारत निर्माणमुद्दालेखक के विचार
अन्यायाधीश_और_उनकी_अदालतें
by तत्वज्ञ देवस्य 65 views“अतीत को खोदने का कोई मतलब नहीं है, हम धर्मनिरपेक्ष हैं”सुप्रीम कोर्ट ने ये कहते हुए अश्विनी उपाध्याय की उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें बख्तियारपुर का नाम बदलने की मांग की गई है, एक ऐसा नगर जिसका…
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देवभूमि में डेमोग्राफी बदल चुकी है,वहां के लोगों की मानसिकता बहुत पहले बदल चुकी थी,2010 में ही देवभूमि में मैंने हिंदुओं के घरों में जीसस क्राइस्ट और मक्का मदीना की तस्वीरें टंगी देखी थीं,तब हमारे भीतर के सेकुलरिज्म के कीड़े…
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ईश्वर भक्तितत्वज्ञ देवस्यलेखक के विचारसामाजिक
सबके भीतर श्री कृष्ण और अर्जुन
by तत्वज्ञ देवस्य 66 viewsहम सबके भीतर श्री कृष्ण और अर्जुन हैं.. और जब जब हमारे भीतर का अर्जुन सामने खड़े शत्रुओं को समय के साथ और शक्तिशाली,प्रभुत्वशाली,बलशाली होते देखता है.. तो निराश हो,गांडीव त्यागने का विचार करने लगता है.. युद्ध से पीछे हटने…