रामचरित मानस के सुन्दरकाण्ड में पहली बार हनुमान जी और माता सीता की भेंट होती है। ये भेंट इतनी सामान्य नहीं थी। दोनों एक दूसरे से पूर्ण अपरिचित, दोनों ऐसी जगह मिल रहे हैं जो पूरी तरह मायावी है और…
रूद्र प्रताप दुबे
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भगवान शिव के कंठ में विष है, उनके आस-पास विषधारी हैं। कौन स्त्री उनसे विवाह करने को उत्सुक होगी? अगर हो भी गई तो ऐसे पिता कौन होंगे जो अपनी बेटी का हाथ ऐसे पुरुष के हाथ में देना चाहेंगे?…
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शिव और पार्वती के विवाह समारोह में एक अहम समारोह होना था। वर-वधू दोनों की वंशावली घोषित की जानी थी। एक राजा के लिए उसकी वंशावली सबसे अहम चीज होती है जो उसके जीवन का गौरव होता है। पार्वती की…
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ऐतिहासिकईश्वर भक्तिमुद्दारूद्र प्रताप दुबेलेखक के विचारसामाजिक
आप चौपाई का बचाव क्यूँ कर रहे हैं?
by Rudra Pratap Dubey 74 viewsविभीषण को समाजिक मर्यादाओं की कसौटी पर कसेंगे तो पाएंगे उनमें कमियाँ थीं, एक बड़े युद्ध में वो अपने सगे भाई के मृत्यु का कारण बने बावजूद इसके सनातन धर्म को मानने वाले विभीषण की आलोचना नहीं करते क्यूँकि वो…
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ईश्वर भक्तिमुद्दाराजनीतिरूद्र प्रताप दुबेसामाजिक
जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी!
by Rudra Pratap Dubey 179 viewsमहात्मा बुद्ध का एक सूत्र था, ‘अल्पश्रुत पुरुष बैल की भांति बढ़ता है। उसके मांस तो बढ़ते हैं, परंतु उसकी प्रज्ञा नहीं बढ़ती।’ आचार्य रजनीश भी कहते थे, लोगों की मानसिक और शारीरिक उम्र अलग-अलग हैं। तुम किसी की शारीरिक…
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चलचित्रजाति धर्मरूद्र प्रताप दुबेसामाजिक
विराट कोहली और अनुष्का शर्मा पहुंचे प्रेमानन्द गोविन्द शरण के दरबार
by Rudra Pratap Dubey 187 viewsभारत का इतिहास अद्भुत संतों की परम्परा से समृद्ध रहा है। प्रेमानन्द गोविन्द शरण जी महाराज ऐसे ही एक संत है। कल जब उनके पास Virat Kohli और Anushka Sharma पहुँचे तो महाराज जी के सेवादार को उन दोनों के…
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नयाइतिहासईश्वर भक्तिऐतिहासिकजाति धर्ममुद्दारूद्र प्रताप दुबेसामाजिक
महाभारत और रामायण में अंतर
by Rudra Pratap Dubey 59 viewsमेरी समझ मोटे तौर पर महाभारत और रामायण में जिस एक अंतर को ढूंढ पाती है, वो ‘प्रभावशाली’ और ‘प्रेरक’ का है। महाभारत में आपको ‘प्रभावशाली’ चरित्र मिलते हैं। कथा के अंदर भी वो चरित्र प्रभावशाली है और कथा पढ़ने…
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जाति धर्मईश्वर भक्तिप्रेरणादायकरूद्र प्रताप दुबे
अयोध्या काण्ड में जब प्रभु वनवास के लिए निकल रहे हैं तो माँ कौशल्या…
by Rudra Pratap Dubey 61 viewsसिय बन बसिहि तात केहि भाँती चित्रलिखित कपि देखि डेराती। अयोध्या काण्ड में जब प्रभु वनवास के लिए निकल रहे हैं तो माँ कौशल्या प्रभु को सीता के विषय में समझा रही हैं कि जो सीता चित्र तक में कपि…
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ईश्वर भक्तिरूद्र प्रताप दुबेलेखकों की चुटकीसामाजिक
प्रभु ने जिसका हाथ पकड़ा है, वो माता सीता नहीं बल्कि…
by Rudra Pratap Dubey 166 viewsप्रभु ने जिसका हाथ पकड़ा है, वो माता सीता नहीं बल्कि ‘आप’ हैं। क्यों! क्यूँकि माँ सीता की तरह आप भले ही अपने माँ-पिता के सबसे प्यारे हों लेकिन ये संसार ‘वनवास’ बनकर परीक्षा लेगा ही। आप भले ही प्रभु…
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नयाप्रेरणादायकरूद्र प्रताप दुबेसाहित्य लेख
रामायण हमें विश्वास करना सिखाती है
by Rudra Pratap Dubey 222 viewsसुन्दर स्त्री बाद में शूर्पणखा निकली। सोने का हिरन बाद में मारीच निकला। भिक्षा माँगने वाला साधू बाद में रावण निकला। लंका में तो निशाचार लगातार रूप ही बदलते दिखते थे। हर जगह भ्रम, हर जगह अविश्वास, हर जगह शंका…