मैं अमूमन ऐसी बातें शेयर नहीं करता, आज कर रहा हूं, ताकि सनद रहे। आगे जिस किसी को भी ‘****’ को अपनी लिस्ट से बाहर करना हो, वे ये चार कसौटियां या यार्डस्टिक रख सकते हैं।
1. जिस किसी भी *&^* ने येन-केन प्रकारेण चिराधेड़ पाड़ा या दादी की नाक या समर्थन किया हो। कारण चाहे कोई भी हो, अगर वह इनके साथ है, मतलब….
2. जिस किसी भी *&^* ने भारत के पहले प्रधानमंत्री ‘दुर्घटनावश हिंदू’ जवाहर का वह फोटो लगाया हो, जिसमें वह तो ब्लैक एंड ह्वाइट में दिखता हो, लेकिन तिरंगा पूरा रंगीन हो।
3. जो कोई भी *&^* इन खानदानी चोरों की घबराहट को लोकतंत्र की लड़ाई, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और स्कोडा-लहसुन बोल रहा हो।
4. जो कोई भी गलती से भी भारत के पहले और आखिरी रोबोटिक प्रधानमंत्री मौनमोहन को याद कर जार-जार रो रहा हो।
बस्स, इतना ही तो।
बाकी, कांग्रेस को सबसे पुरानी पार्टी बतानेवालों को तो संटी लगनी चाहिए। भई, भारत की एकमात्र तानाशाह, बद्दिमाग, उद्दंड और मूर्खा पीएम ने तो कांग्रेस का बंटवारा आठवीं-नौवीं बार कर दिया। ये कांग्रेस तो इंदिरा कांग्रेस (कांग्रेस आई) है न…तो ये तो 50 साल पुरानी होगी रे बाबा, बहुत से बहु
1977 में तानाशाह दादी सड़क पर बैठ गयी थी। भारत चूंकि उनके बाप का माल था और जनता उनको कैसे हरा सकती थी। आज दादी जैसी नाक पुलिस वाली का हाथ मरोड़ रही है। आखिर, भारत उसके परनाना और दादी का माल जो है, 10 साल तक मां भी रही है, मालकिन। … और ये चिराधेड़ पाड़ा तो खैर, बस देखने की चीज है। इसकी भाषा और देहभाषा देखिए। साला, गजब है।
पूरा खानदान चोरी के मामले में जमानत पर है और कहता है- मैं डरता नहीं। हमारी नानी कहती थी- चोर बोले जोर से।
सबसे मजा तो इसके चम्मचों को देख कर आता है। कल ही काले कपड़े में मुहर्रम मनाने पहुंच गए। अरे भाई लोग, चोरी के लिए तुम्हारे मालिक-मालकिनों के यहां छापा पड़ रहा है, वे कोई चंद्रशेखर आजाद और भगतसिंह नहीं हैं..।
भग बे…