इस तशवीर का सांकेतिक महत्व भी है। सपा ओबीसी की बात करते करते बस एक जाति विशेष के हिस्से की पार्टी मात्र रह गई।
इस तशवीर मे दो लोग हैं – एक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष Swatantra Dev Singh जो कुर्मी बिरादरी से हैं।
दूसरे उत्तर प्रदेश के उप मुख्य मंत्री Keshav Prasad Maurya जो मौर्य बिरादरी से हैं। दोनों मिल कर यादव बिरादरी की अपर्णा यादव का स्वागत कर रहे हैं।
यही भाजपा का संदेश है। सभी जाति बिरादरी वालों का इधर प्रापर सम्मान है, प्रापर प्रतिनिधित्व है। इधर केशव प्रसाद मौर्य जी उप मुख्य मंत्री हैं। उधर स्वामी प्रसाद मौर्य बेटे की विधायकी के टिकट मात्र के लिए जाति दांव पर लगाए पड़े हैं और हो सकता है टिकट फिर भी न मिले।
यादवों मे भी अखिलेश भैय्या और उनकी सगी रिश्तेदारी छोड़ दी जाए तो शेष यादव छोड़िए अपने परिवार मे ही मुलायम जी के समधी, साढ़ू, अखिलेश के भाई की पत्नी सब सपा छोड़ भाजपा मे आ रहे हैं।
संदेश स्पष्ट है। भाजपा ही अकेली ऐसी पार्टी है जिसमे सभी का स्वागत है और सबको पर्याप्त सम्मान मिलता है।