Home विषयलेखक के विचार नेहरूजी महान चरित्रवान,स्वतन्त्रता सेनानी, दूरदर्शी नायक

नेहरूजी महान चरित्रवान,स्वतन्त्रता सेनानी, दूरदर्शी नायक

183 views

नेहरूजी महान चरित्रवान,स्वतन्त्रता सेनानी, दूरदर्शी नायक और आधुनिक भारत के जनक थे।अँग्रेजों ने उनकी नायकी के धार को कुंद करने के लिए वर्षों उन्हें कालापानी में रखा (जहाँ बैठकर उन्होंने “डिस्कवरी ऑफ इण्डिया” लिख डाली थी) फिर भी उनका नायकत्व गुलाब की तरह खिला रहा।1947 में पीएम बनने के बाद इसी कारण वे अपने कोट में सदैव गुलाब टाँके रखते थे।

भगतसिंह सुखदेव राजगुरु सुभाषचंद्र बोस आदि आतंकवादी और मोहनदासजी पहुँचे हुए महात्मा थे। भीमराव जी ने तालपत्र पर बाँस के कलम और दवात से अकेले पूरा संविधान लिख डाला था जो उनपर सातवें आसमान से नाज़िल हुआ था।

सावरकरजी अहसास फरामोश थे।11 वर्षों तक अँग्रेजी सरकार के विशिष्ट अतिथि रूप में उन्होंने इतना सुख आनन्द किया कि एकदिन ऊबकर उन्हें सरकार से यहतक कहना पड़ा था कि अब वे उन्हें इस आनंद से मुक्त कर दें,ताकि वे जीवन में कुछ और रसों का भी आस्वादन कर सकें…. और फिर बाहर आकर उन्होंने अपने आनंददायकों के विरुद्ध ही षड्यंत्र गाँठना आरम्भ कर दिया।

सुशान्त राजपूत, काले हिरण,फुटपाथ पर सलमान जी की गाड़ी के नीचे आये सभी लोगों ने मोक्षप्राप्ति हेतु आत्महत्या की थी। लालू जी और उनका परिवार चारा नहीं चूड़ा दही और सतुआ खाते हैं।वे गरीबों के मसीहा हैं। मुलायमजी, केजरीवाल जी,शरद जी, दीदीजी आदि केवल हिन्दू नहीं,कट्टर हिन्दू हैं।इन्होंने अपने जीवन में हिन्दू हित में एक से बढ़कर एक कृत्यों के कीर्तिमान स्थापित किये हैं।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन,पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया,ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट,जमात-ए-इस्लामी हिन्द आदि भारत की राष्ट्रवादी पार्टियाँ हैं जिनका मकसद देश में धार्मिक सौहार्द्र और अमन-ओ-चैन स्थापित करना है। भारत में सभी मुस्लिम सेक्युलर होते हैं,इस्लाम अमन ओ शान्ति का मजहब है। भारत के 500 वर्षों के इतिहास में केवल एक विध्वंस हुआ था और वह भी हिन्दुओं द्वारा- “बाबरी विध्वंस”

भारत में 500 वर्षों में केवल एक दंगा हुआ “2002 का गुजरात दंगा” और गोधरा में रेल के डिब्बों में आग गर्मी में पटरी के घर्षण के कारण लगी थी किन्तु सुखकर यह कि इस भीषण आग को शांतिप्रिय समुदाय ने जान पर खेलकर पानी झोंक झोंक कर बुझा दिया जिससे उन डिब्बों में रखे कबाड़ पूरी तरह नष्ट होने से बच गए थे। कश्मीरी हिन्दू कश्मीर की सर्दी से बड़े परेशान रहते थे इसलिए 5 लाख हिन्दुओं ने 10 दिन के भीतर कश्मीर छोड़ दिया था।मज्जबी भाई उन्हें रोकने के लिए सड़कों पर सो गए थे कि जाना हो तो हमपर चढ़कर हमें कुचलते हुए जाओ,फिर भी निष्ठुरता से उन्होंने उनकी अपील ठुकरा दी और भारत के गरम प्रदेशों में आकर बस गए। भारत में हिन्दू बहुसंख्यक भी है और कम्यूनल भी।उन्होंने देश में भय का माहौल बना रखा है।

हिन्दू मन्दिर में लड़कियाँ छेड़ने जाते हैं।
मन्दिरों में बलात्कार होता है।

भारतीय न्यायालयों में विशुद्ध न्याय होता है।चिदंबरम जी,कपिल सिब्बलजी, प्रशान्त भूषण जी,सिंघवी जी,सलमान खुर्शीद जी आदि जैसे अनेक विधि विशेषज्ञों तथा न्यायपिताओं ने ही शेषनाग की तरह भारतीय न्याय व्यवस्था की धुरी थाम रखी है। आर्यन खानजी,सलमान खानजी,संजय दत्तजी, अफजल गुरुजी,दाऊद जी,बुरहान वानी जी,यासीन मलिक जी,बिट्टा कराटे जी आदि सभी निर्दोष और मासूम हैं।

Related Articles

Leave a Comment