जब बजट के लगभग एक चौथाई (25%) का हिसाब-किताब नहीं मिला, तो बहुत लोगों ने फेसबुक व व्हाट्सअप पर यह बताया कि बजट का एक चौथाई भारत सरकार द्वारा लिए गए विदेशी लोन का ब्याज इत्यादि भरने में जाता है। कुछ लोगों ने तो यह भी दावा ठोंक दिया कि ऐसा उनको आर्थिक मामलों के ज्ञानी लोगों ने बताया है। वैसे भी अपने देश में बहुत लोगों की आदत होती है कि उनको कुछ पता वता भले ही न हो, लेकिन अपनी बात पर वजन रखने के लिए कुछ भी झूठ ठूंस देते हैं।