वृंदा ग्रोवर… यही आज पूरे भारत में आग लगाने वाले मोहम्मद जुबेर की वकील है।
उन्होंने तमाम तरह की दलील यह दी हालांकि सुबूत इतने ज्यादा थे कि अदालत ने उनकी दलील को नहीं माना।
अब इनके बारे में कुछ जानिए।
आजकल आप देख रहे होंगे कि यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट का वेरीफाइड ट्विटर हैंडल ट्विटर पर भारत के खिलाफ ट्विटर पर जहर उगलता है।
वृंदा ग्रोवर यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट काउंसिल में बोर्ड मेंबर है… और एक आईटी एक्सपर्ट ने दावा किया था कि यह टि्वटर अकाउंट दिल्ली से वृंदा ग्रोवर चलाती हैं।
ये ग्रीनपीस की ट्रस्टी हैं वही ग्रीनपीस जो भारत के हर विकास काम में विदेशों से डोनेशन लेकर धरना प्रदर्शन करता है आग जलाता है ट्रेन फूटता है।
ये संसद पर हमले के दरिंदे की भी वकील थी।
सोनिया गांधी और अहमद पटेल जब अपने सपनों का कानून सांप्रदायिक हिंसा निवारण बिल 2012 ड्राफ्ट किए थे और यह कानून हिंदुओं के लिए कितना खतरनाक और काला कानून था इसके बारे में गूगल सर्च कर दीजिए तब इस कानून को ड्राफ्ट करने में एक वकील यह वृंदा ग्रोवर भी थी।
मुजफ्फरनगर में दो जाट भाइयों की हत्या करने वाले दोनों शांतिदूत दरिंदों की भी यह वकील थी।
कंधमाल में चर्च के खिलाफ आवाज उठाने वाले हिंदुओं को फसाने के लिए यह चर्च के तरफ से वकील थी।
इशरत जहां के परिवार की यह सुप्रीम कोर्ट में वकील थी।