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इतिहास की क्या सिविलाइजेशनल उपयोगिता है?
हम अतीत से सीख कर भविष्य के लिए प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं, योजना बना सकते हैं, खतरों को भांप सकते हैं और उनके लिए तैयारी कर सकते हैं…
ये सभी इतिहास के valid functions हैं, लेकिन ये प्राइमरी फंक्शन नहीं हैं.
इतिहास का प्राइमरी फंक्शन है “राष्ट्र की अवधारणा का निर्माण”
एक राष्ट्र वह होता है जो लोग एक कॉमन इतिहास शेयर करते हैं.
राष्ट्र एक भूभाग, एक नस्ल, एक भाषा या एक संस्कृति से भी नहीं बनता. वह बनता है एक साझा इतिहास बोध से.
एक भूमि शेयर करने वाले एक राष्ट्र होते तो तो फिलिस्तीन और इजरायल का संघर्ष नहीं होता. यह अरब और यहूदी जातियाँ सदियों से एक भूमि पर रह रही हैं.
एक भाषा शेयर करने से राष्ट्र बनता तो दुनिया में अरबी भाषा बोलने वाले 25 देश नहीं होते और स्पैनिश बोलने वाले बीस से अधिक अलग अलग देश नहीं होते.
एक नस्ल की बात आयेगी तो एक अश्वेत नस्ल के इतने अफ्रीकी देश नहीं होते, और एक कॉकेसियन नस्ल के इतने यूरोपीय देश नहीं होते.
एक संस्कृति की बात करें तो इतनी सांस्कृतिक यूनिफॉर्मिटी स्थापित करने के बावजूद इस्लाम इतने अलग अलग देशों में नहीं बंटा होता, क्रिश्चियन यूरोप इतने अलग अलग राष्ट्रों में नहीं बंटा होता.
उधर यहूदी दुनिया के अलग अलग देशों में बसे रहे, अलग अलग भाषाएं बोलते रहे, उनका कल्चर एक दूसरे से बिल्कुल अलग अलग रहा. शेफर्डिक ज्यू अस्कानाजी ज्यू से बिल्कुल अलग हैं, पोलिश ज्यू आर्मेनियन ज्यू से अलग हैं. वे अलग अलग देशों में अलग अलग व्यवसाय करते थे, अलग सोशियो इकनॉमिक क्लास के भाग थे. जहां वे मिलते थे, वहां भी एक दूसरे से काफी भेदभाव बरतते थे. लेकिन वे सभी इजरायल के निर्माण के लिए एक साथ आए क्योंकि सभी जेरूशलम से निकाले जाने का कॉमन इतिहास शेयर करते थे.
बिना एक फॉर्मल कॉमन इतिहास बोध के राष्ट्र नहीं बन सकता. हम सभी राम और कृष्ण के, भरत और भागीरथ के वंशज हैं…उनसे अपना इतिहास शेयर करते हैं. इस धारा को सतत रूप प्रवाहित होते हुए हमारे वर्तमान से जुड़ना होगा. जहां विदेशी अक्रमणकारियों ने सांस्कृतिक विध्वंस के भग्नावशेष बिखेरे हैं, उन्हें इस धारा के प्रवाह को बाधित करने से रोकना होगा. भाषा, क्षेत्र, जातियों की जो भी कंपेटिंग आइडेंटिटी हैं उन्हें इस साझा इतिहास बोध की धारा में समाहित करना होगा… हिन्दू इतिहास की इस अवरुद्ध धारा को पुनः सतत प्रवाहित किए बिना हिन्दू राष्ट्र का स्वप्न एक दिवास्वप्न है.

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