2022 ने अपने क्लोजिंग माह में कार्तिक आर्यन के करियर से बेहतरीन परफॉर्मेंस व कंटेंट ‘फ्रेडी’ दर्शकों के बीच रखा है।
लेखक परवेज़ शेख़ की कहानी में डेंटिस्ट फ्रेडी गिनवाला किरदार अभिनेता कार्तिक से मिलता है और डेंटिस्ट से माइंडेड किलर में बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन लेता है न, कमाल है।
लेखक ने बेहद इंटरेस्टिंग व थ्रिलिंग स्क्रीन प्ले रखा है, जो शुरुआती कुछ फ्रेम्स में बोरिंग फील अवश्य देता है लेकिन कैनाज़ ईरानी को फ्रेम में शामिल करते ही, थ्रिल व सस्पेंस पीक पकड़ लेता है। असीम अरोरा के डायलॉग ठीक है।
फ़िल्म का दारोमदार कार्तिक आर्यन और अलॉय एफ के इर्दगिर्द है और करण पंडित अच्छा सपोर्ट करते है।
कार्तिक आर्यन! शहज़ादा के टीजर को देखकर मैंने लिखा था कि आर्यन अल्लू अर्जुन से ऊपर न कर पाएंगे। क्योंकि उस जोन में अल्लू बेहतरीन कर चुके है। कार्तिक बेहतर अभिनेता है और ओरिजनल कंटेंट में किरदारों को अपना फ्रेश बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन अच्छे से दे सकते है, जिसे लंबे वक्त तक याद रखा जाएगा। फ्रेडी के शेड्स और हाव भाव इसका सटीक उदाहरण है।
भूल भुलैया में इतना असर न दिखाई दिया है जितना फ्रेडी कार्तिक को बूस्ट देगी। इसका स्कोप बहुत बड़ा होने जा रहा है।
रेमंड द्वारा थूक कर शेक देना, कार्तिक का उसे पीना और सॉरी की डिमांड रखना, माइंड ब्लोइंग सीक्वेंस है।
अलॉय एफ! खूबसूरत है और फ़िल्म में बेहद खूबसूरत नजर आई है। तिस पर एक्सपोज़ भी ख़ूब किया है। बेदी परिवार की झलक दिखती है। कैनाज़ को शातिर तरीके से दर्शकों के बीच रखा है।
करण पंडित! गर्ल फ्रेंड’स बॉय को बखूबी से पेश किया है कि पैसे वाली गर्ल फ्रेंड कुछ भी कर दे, उसे तुरंत प्रभाव से अंजाम देना…
बाक़ी पारसी आँटी भी प्रभावी रही है।
निर्देशक शशांका घोष ने फ़िल्म को बड़ी सावधानी से पकड़े व थ्रिल व सस्पेंस में लिपटाए रखा। तनिक ढील न दी, लेंथ पर भी नजर बनाए रखी है।
निर्माता एकता व शोभा कपूर ने फ़िल्म को 70एमएम के बजाय डिज्नी हॉट स्टार के हवाले किया है न, अच्छा और बिज़नेस पूर्ण फैसला है। क्योंकि नज़दीकी सिनेमाघरों में दर्शक मुश्किल मिलते, कार्तिक के स्टारडम का फर्क पड़ता। परन्तु इतना ज्यादा न रहता, ओटीटी से उचित डील मिल गई होगी।
फ्रेडी बेहतर सस्पेंस व थ्रिलिंग फ़िल्म है देखने पर कतई निराशा न होगी।