यह बात है आज से करीब 3 साल पहले 27 नवम्बर को तेलगाना की राजधानी हैदराबाद के बाहरी इलाके शमसाबाद की !शमसाबाद के में 27 दिसंबर 2019 की रात को २6 वर्षीय पशु चिकित्सक महिला डॉक्टर शाम को अपने अस्पताल से घर जा रही थी तभी हाईवे के पास उसकी स्कूटी पंचर हो गयी काफी देर हो जाने की वजह से उसकी छोटी बहन ने उसको कॉल किया तो डॉक्टर प्रियंका ने बताया की उसकी स्कूटी पंचर हो गयी है तभी वही कुछ लोग उसे मिले जो उसकी मदद करने के लिए कहा प्रियंका ने अपनी बहन को बोला की कुछ लोग मिल गए है जो उसकी मदद करने के लिए आये है मैं थोड़ी ही देर में स्कूटी सही करवाकर के घर वापस आ जाउंगी बस इतनी ही बात के बाद उसकी बहन ने फ़ोन कट कर दिया लेकिन काफी देर हो जाने के बाद भी प्रियंका जब घर नहीं आयी तो उसकी बहन ने दोबारा उसको फ़ोन किया इस बार उसका फ़ोन स्विच ऑफ आ रहा था घर के बाकी लोग उसकी तलाश करने के लिए निकल गए पर जब प्रियंका नहीं मिली तो उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट परिवार वालो ने पुलिस में करा दी अगले ही दिन पुलिस को पुल के नीचे एक महिला की अधजली लाश मिली यह लाश किसी और की नहीं प्रियंका की ही थी । इस घटना के बाद लोगो में बहुत आक्रोश हुआ सभी लोग विरोध प्रदर्शन में सड़को पर उतर आये प्रियंका की लाश बहुत बुरी तरह से जल चुकी थी
इसके बाद हैदराबाद पुलिस ने 36 घंटो के अंदर ही चार आरोपियों – मोहम्मद आरिफ, चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु, जोलू शिवा और जोलू नवीन को वेटनरी डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म के और हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया
गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उन्हें कोर्ट में लेकर गयी जहाँ पुलिस ने उनकी १० दिन की रिमांड कस्टडी की बात की ताकि वो केस से सिलसिले में उन चारो आरोपियों से पूछताछ कर सके कोर्ट ने पुलिस की याचिका स्वीकार कर ली उसके बाद पुलिस ने उनको चार दिन की कस्टडी के बाद उसी जगह उन चारो हत्यारो और बलात्कारियो को लेकर गयी जहाँ पर उन चारो ने डॉक्टर प्रियंका से पहले जबरन सामूहिक बलात्कार किया उसके बाद वो अपना बयान कही न दे सके इसलिए उसकी हत्या जला कर कर दी थी और क्राइम स्पोर्ट को पहचानने के नाम पर उन चारो आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया इस एनकाउंटर के लिए हैदराबाद पुलिस की देशभर में वाहवाही हुई थी। पर कथित आरोपियों के एनकाउंटर को जांच आयोग ने फर्जी माना है
रिपोर्ट में कहा गया है कि कथित चारों आरोपियों का फर्जी एनकाउंटर किया गया था। जस्टिस वीएस सिरपुरकर जांच आयोग ने कहा है कि इस फर्जी मुठभेड़ के दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। मामले की जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट ने तेलंगाना हाईकोर्ट को भेजने का निर्देश देते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा है।
- 27 नवंबर 2019: सरकारी अस्पताल में कार्यरत महिला पशु चिकित्सक के साथ चार आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। शराब पीते हुए आरोपियों ने डॉक्टर को स्कूटी पार्क करते हुए देखा और दरिंगदी का प्लान बनाकर वारदात को अंजाम दिया।
- 28 नवंबर 2019: 25 वर्षीय महिला पशु चिकित्सक का अधजला शव शादनगर में एक पुल के नीचे मिला। शव मिलने के बाद इस जघन्य केस ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था।
- 29 नवंबर 2019: तेलंगाना पुलिस ने इस मामले की छानबीन के दौरान 20 से 24 साल के उम्र के चार लोगों को दुष्कर्म और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया।
- 29 नवंबर 2019: कोर्ट ने आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने कहा कि इस घटना को साजिश के तहत अंजाम दिया गया। पीड़िता की मां ने सभी दोषियों को सबके सामने जिंदा जलाने की मांग की।
- 29 नवंबर: शादनगर बार असोसिएशन ने ऐलान किया कि डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के आरोपियों को किसी भी तरह की कानूनी मदद नहीं दी जाएगी। हैदराबाद के वकीलों ने भी समर्थन दिया।
- 30 नवबंर 2019: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने तेजी से मुकदमा चलाने के लिए फास्ट ट्रैक अदालत के गठन की घोषणा की। राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्यों ने पीड़ित परिवारवालों से मुलाकात की।
- एक दिसंबर 2019: तेलंगाना पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एम महेंद्र रेड्डी ने इस मामले में कोताही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की। साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया।
- दो दिसंबर 2019: तेलंगाना के हैदराबाद में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या का मामले की गूंज संसद में भी सुनाई दी।
- तीन दिसंबर 2019: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कड़े कानून की मांग को लेकर दिल्ली में अनशन शुरू किया।
- तीन दिसंबर 2019: चेरलापल्ली जेल में बंद चार आरोपियों में से एक चेन्नाकेशावुलू ने किडनी की बीमारी का इलाज मुहैया कराने की मांग की है।
- चार दिसंबर 2019: हैदराबाद में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले की सुनवाई के लिए महबूबनगर जिला अदालत में जल्द एक विशेष कोर्ट के गठन का ऐलान।
- छह दिसंबर 2019: केस के चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस ने बताया कि क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्ट करने के दौरान आरोपियों ने पुलिस से हथियार छीनकर उन पर फायर किया। जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में चारो आरोपी ढेर हो गए।
“यह सभी अपराध वास्तव में घटित हो चुके है और इनका विवरण विकिपीडिया और अन्य श्रोतो से लिया गया है इन अपराध को करने वाले अपराधियों को सजा दी जा चुकी है और कुछ मामलो में अभी फैसला आना बाकी है और मामला न्यायालय में है आप सब से निवेदन है की इनकी कहानियो को पढ़ कर इनकी प्रेरणा न ले”