अभी कुछ दिन पहले भाजपा सरकार की वित्त मंत्री सीतारमण ने अपना बजट पेश किया जिसे देख कर बड़े से बड़ा मोदी भक्त भी अब मोदी सरकार के खिलाफ बोलने लगा है 19 July तक जो लोग ट्वीट कर के यह बोल रहे थे की मुझे डिक्टेटर मोदी ही चाहिए वो लोग 23 जुलाई आते आते बोलने लगे की प्लीज हमें भिखारियों की तरह ट्रीट मत करो इस बजट को देख कर ऐसा लगता है की सरकार सारे टैक्स मध्यम वर्गीय परिवार से लेती है और उसका सीधा फायदा अपने बड़े बड़े उद्योगपति दोस्तों (अम्बानी और अडानी ) को पंहुचा रही है टाइम मैगज़ीन में छपे एक आर्टिकल के अनुसार income inequality की ऐसी हालत तो ब्रिटिश राज्य में भी नहीं थी जो आज है कॉमेडियन अभिजीत गांगुली का किया हुआ ट्वीट आजकल बड़ा वायरल हो रहा है जिसमे उन्होंने सीताराम को टारगेट कर के लिखा है की
“If I earn money, Nirmala tax leti hai, if I spend money then also Nirmala usme tax leti, if I don’t earn or spend both and my money is just lying in investment, Nirmala uska bhi tax leti hai. And best baat agar Mai tax deta hu, uspe bhi additional cess hai, toh usmei bhi Nirmala ek aur tax leti hai.”
चलिए सीतारमण के बजट 2024 की कुछ कंटोवर्सी पर बात कर लेते है शुरू करते है कैपिटल गेन्स टैक्स से
क्या है कैपिटल गेन टैक्स चलिए जानते है
ये टैक्स तब लगता है जब आप अपनी कोई प्रॉपटी बचते है जैसे घर या जमीन या फिर तब जब आप किसी चीज में इन्वेस्ट करते है जैसे म्यूच्यूअल फंड्स या स्टॉक मार्किट को दो भागो में बाटा गया है जब आप अपनी कोई चीज को एक साल में खरीदते या बेचते है उसमे लगने वाले टैक्स को शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स (SCGT ) कहते है दूसरा होता है जब आप अपनी कोई चीज एक साल से जयादा समय तक रखते है तो उसमे लगने वाले टैक्स को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स कहते है (LCGT) अब इस शॉट टर्म कैपिटल टैक्स को 5% बढ़ा दिया गया है जो पहले 15% था वो अब बढ़ कर 20% हो गया है और लॉन्ग टर्म को बढ़ा कर 12.5% बढ़ा दिया गया है जो पहले 10% था
लेकिन इस केस , exemption को भी बढ़ा दिया है पहले जो एक्सेम्पशन पहले 1 लाख था वो अब बढाकर 1.25 लाख तक कर दिया गया है यानि की एक साल में अगर आपका प्रॉफिट 1.25 lac से नीचे है तो आपको ये टैक्स नहीं भरना पड़ेगा इस फैसले से जो लोग शेयर मार्किट या म्यूच्यूअल फंड्स में स्टॉक करते है वो लोग खफा है इसके आलावा जो लोग फ्यूचर इन्वेस्ट या ट्रेडिंग करते है,उनके लिए भी बहुत बुरी खबर है दरअसल इन लोगो से सरकार सिक्योर ट्रांसक्शन टैक्स लेती है ऑक्शन पर सरकार पहले ये टैक्स 0.0625% था वो अब बढ़ कर 0.01% हो गया है दूसरी ओर Futures पर यह टैक्स पहले 0.0125% था जिसे अब बढाकर 0.02% कर दिया गया है
अब अगर सरकार के नजरिये से देखा जाये तो क्या वजह है यह टेक्स बढ़ाने की जवाब है इकॉनमी सर्वे रिपोर्ट 2023-24 यह सर्वे रिपोर्ट सरकार द्वारा पेश की जाती है बजट के आने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस रिपोर्ट को इस साल पेश किया बजट के एक दिन पहले (22 july 2024) इस रिपोर्ट के पेज 69 पर देखा जाये तो उसमे लिखा है की स्टॉक मार्किट का एक bubble बन रहा है और अगर स्टॉक मार्किट ऊपर उठता है तो इससे मार्किट का संतुलन बिगड़ता है
अभी तक यही सरकार स्टॉक मार्किट को देखो बोल कर देश की ग्रोथ होने की बात कर रहे थे यह बोलते थे की स्टॉक मार्किट को देखो अगर यह हाई है तो मतलब देश में डेवलपमेंट हो रहा है देश की ग्रोथ हो रही है लेकिन अब सरकार बोल रही है की स्टॉक मार्किट अगर बहुत ऊपर जा रहा है तो देश में इकॉनमी असंतुलन हो रहा है
इकॉनमी सर्वे रिपोर्ट 2023-24 में सरकार ने बेरोजगारी के मुद्दे पर बहुत गहराई से बात की है इस रिपोर्ट में इन्होने साफ़ लिखा है की साल 2030 तक हमें हर साल लगभग 78.89 लाख रोजगार पैदा करने होंगे पेज न 168 में इन्होने कहा है की आज हर 2 में से 1 युवा जो स्नातक पास है बेरोजगार है क्यूंकि उसके पास काम करने की अच्छी स्किल्स ही नहीं है….
to be continue …