Home विषयअपराध क्या इस्लाम आतंकवाद की शिक्षा देता है ? बेगुनहा की हत्या करने की पर क्या मिलता है इस्लाम में

क्या इस्लाम आतंकवाद की शिक्षा देता है ? बेगुनहा की हत्या करने की पर क्या मिलता है इस्लाम में

by Sharad Kumar
230 views

उदयपुर में मुस्लिमो द्वारा हुई कन्हैया लाल की गला रेत कर हत्या ने जहाँ पूरे देश को हिला कर रख दिया है वही दूसरी ओर एक बार फिर से इस्लाम पर लोग उंगली उठाने लगे है मुसलमान की अगर बात करे तो यह तो पहले से आतंकी कहे जाते थे अब इनको लोग अपने आस पास देखना भी नहीं गवारा समझते उन दो लोगो ने जिन्होंने कन्हैया लाल की हत्या की जाति और समुदाय से मुस्लिम थे और उनको बुरा बस इस बात का लगा की उनके अल्ल्हा को हिन्दू समाज की एक महिला ने गलत बोल दिया था और कन्हैया लाल ने जाने अनजाने उस महिला का समर्थन किया था

 

उन लोगो को यह बात माननी होगी की वो अगर हिदुस्तान के वासी तो यहाँ पर सभी लोग अपने आप में स्वतंत्र है आप किसी भी इंसान को जबरन उसकी बात मनवाने के लिए विवश नहीं कर सकते और हर व्यक्ति के अपने विचार है | अब ये हत्यारे अगर गू खाते है तो बाकि हिन्दू भाई भी वही करे ऐसा हो नहीं सकता | मुस्लिमो ने हजारो साल हमारे मंदिरो में रहे कर हमारे  शिवलिंग को फवाहारा बोला और उनके नीचे अपने नापाक पैर धुले तब तो हम किसी का गला काटने नहीं चल दिए क्यूंकि अपमान की बात की जाए तो अपमान तो हमारे ईश्वर का भी तो हुआ था न फिर हमें भी किसी मौलवी या किसी मुस्लिम नागरिक का गला काट लेना चाहिए था पर हमने ऐसा कुछ नहीं किया | फिर दूसरी तरफ जिसने कहा उसे सजा दो बेगुनहा को क्यों मारते हो हरामजादो इस्लाम क्या कहता है शायद तुम को पता भी नहीं होगा तो सुन और पढ़ लो अगर पढ़े लिखे हो की क्या कहता है तुम्हारा खुदा

(कुरआन सूरा 17 आयत 33 से )

इस्लाम में किसी भी निर्दोष की हत्या की इजाजत नहीं है ऐसा करने वाले की बस एक ही सजा है खून के बदले खून और ये सजा सिर्फ कातिल को ही मिलनी चाहिए किसी और को नहीं इसे कहते है सच्चा इन्साफ शरीअत के फतवे के अनुसार जो शख्स जुल्म से या धोखे से क़त्ल किया जाए हमने उसके वारिस को इख्तियार दिया है ( की जालिम कातिल से बदला लिया जाये ) तो उसको चाहिए की क़त्ल करने में कोई ज्यादती न करे भाग से यह लिया गया है

 

 

Related Articles

Leave a Comment