महिला प्रभाग, ज़िला मोमिन कांफ्रेंस के 19 जनवरी 1941 को खीरगाँव, हज़ारीबाग़ में हुए सम्मेलन में बेगम मोईना ग़ौस ने अपने स्वागत भाषण में ये बताया की मोमिन कांफ्रेंस(आसिम बिहारी के नेतृत्व में प्रथम पसमांदा आंदोलन) की कोशिशो से-
1.महिला शिक्षा के लिए बहुत से स्कूल और कॉलेज खोले गए है और अभी कुछ और खोलने की बात चल रही है।
2. महिलाये “मोमिन गजट” की ग्राहक बन रही हैं।
3.उन्होंने मोमिन कांफ्रेंस को ध्यान दिलाते हुए ये कहा कि मुस्लिम लीग के कार्यकर्ता पसमांदा मुस्लिमो को बहका रहे है कि वो जनगणना में अपनी जाति का नाम ना लिखवाएं। इसके लिए वो बंगाल सरकार के एक फ़र्ज़ी सर्कुलर और बिहार के जनगणना विभाग द्वारा 689 रुपये जमा कराने की बात का झूठा प्रचार कर रहें हैं।
नोट:- अध्यक्षा महिला मोमिन कांफ्रेंस ज़ैतून असग़र अपने बच्ची के मौत और हार्ट की बीमारी के बावजूद इस सम्मेलन में पुरे जोश व खरोश से शामिल हुई।और महिला शिक्षा की तरक़्क़ी पे ख़ुशी का इज़हार किया और इसे एक चमत्कार बताया और महिला शिक्षा के विरोधियो की खूब खबर ली।