हमारा देश और इस देश के प्रधानमंत्री या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कितना भी कहे ले की आज दलितों के साथ अन्याय नहीं होता या उनको समानता का अधिकार प्राप्त है यह बात ठीक वैसी है जैसे नागमणि मिलना इसका जीता जागता सबूत लखीमपुरी खीरी के निघासन खीरी गांव से मिल जाता है जहाँ बुधवार को गांव की दो लड़कियों को जबरदस्ती घसीट कर ले कर तीन युवक लेकर चले गए और ये लड़किया एक दलित परिवार से थी
जिनमे एक की उम्र १५ वर्ष और दूसरी लड़की की उम्र १७ वर्ष थी जबरन ले जाने पर जब उन लड़कियों की बीमार माँ ने विरोध किया तो उनको लात मार कर गिरा दिया वही कुछ दुरी पर गन्ने के खेत में उन दोनों की लाश पेड़ से लटकती हुई पायी गयी
जहां योगी जी कहते है की उत्तर प्रदेश में अपराध करने से अपराधी कापते है वहाँ तीन युवक बेखौफ किसी के घर में घुसकर उनके परिवार की बच्चियों को उठा कर ले जाते है और उनको पेड़ से लटका देते है और पुलिस प्रसाशन कुछ नहीं करता बस तमाशा देखता है और इतना दुर्साहस की बच्चियों को पेड़ से लटका दिया
आज से करीब चार साल पहले भी ऐसा ही कांड बदायूं में भी हुआ था वहाँ पर भी दलित परिवार की बेटियों के साथ पहले दुष्कर्म किया गया था और फिर उनको भी पेड़ से लटका दिया था
लखीमपुरी खीरी के निघासन खीरी गांव के लोगो को जब ये बात पता चली तो वहा के ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा और घटनास्थल पर जा रहे एस पी का भी घेराव कर लिया अभी फिलहाल पोस्टमार्टम नहीं हुआ है पोस्ट मार्टम के बाद सही तरह से पता चल सकेगा दूसरी तरफ प्रसाशन अभी मौन हैदूसरी तरफ हम अपने देश की राजनीती के लोगो को क्या कहे इनको तो बस मौका चाहिए अपनी पार्टी और अपना नाम चमकाने के लिए