Home विषयअपराध इस परिवर्तन को समझिए
इस परिवर्तन को समझिए… यह परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण है।
पासपोर्ट जब्त करने और देश के बाहर जाने पर प्रतिबंध लगाने के बाद हाईकोर्ट ने शाहरुख खान के लड़के को आज जमानत दी है। अपने बेटे को यह जमानत दिलाने के प्रयास में शाहरुख खान के दांतों तक को पसीना आ गया। इस प्रकरण ने शराबी बवाली बदतमीज़ शाहरुख को यह आभास भी करा दिया कि इस देश का कानून और एजेंसियां उसके घर की लौंडी बांदी नहीं हैं। इस प्रकरण ने देश के कानून के सामने शाहरुख खान की औकात उसको दिखायी बतायी है। ऐसा पहली बार हुआ है। याद करिए, यही शाहरुख खान इस देश के कानून को अपने जूते की नोंक पर रख कर किस तरह खुलेआम गुंडई करता था।
न्यायालय से जमानत मिलने में लगे 26 दिन तथा पासपोर्ट जब्त और देश से बाहर जाने पर हाईकोर्ट द्वारा लगाए गए प्रतिबंध ने यह साफ कर दिया है कि उसका लड़का फिलहाल अभी तक निर्दोष कतई नहीं है। उसके लड़के को मुसलमान होने के कारण भी गिरफ्तार नहीं किया गया था। जैसा कि हुड़दंग देश का सेक्युलर माफिया कर रहा है। उसके लड़के की करतूत ही ऐसी थी जिसके कारण NCB द्वारा उसे गिरफ्तार किया जाना जरूरी था। लेकिन अतीत में कई उदाहरण ऐसे हैं जिनके आधार पर यह जरूर कहा जा सकता है कि सेक्युलर कांग्रेसी राज में शाहरुख खान को देश के कानून की धज्जियां उड़ाने की खुली छूट केवल मुसलमान होने के कारण मिली हुई थी।
ऐसे तीन प्रकरणों का उल्लेख यहां कर रहा हूं।
इस शाहरुख खान ने मुंबई की एक चर्चित पत्रिका के वरिष्ठ पत्रकार कीथ डिसूजा के दफ्तर में घुसकर उसके साथ गालीगलौज की थी। इससे भी उसका दिल नहीं भरा था तो दूसरे दिन वो पत्रकार के घर पहुंच गया था। उसके बूढ़े माता पिता के सामने जबरदस्त गाली गलौज करते हुए उस पत्रकार की धुनाई कर दी थी। पत्रकार ने पुलिस में रिपोर्ट लिखायी थी। गिरफ्तार कर के थाने लाने के बाद पुलिस ने थोड़ी देर में शाहरुख को थाने से ही छोड़ दिया था। इसके बाद वो केस फाइलों के आगे कभी बढ़ ही नहीं सका। आगे कोई कार्रवाई कभी हुई ही नहीं। केंद्र और महाराष्ट्र में सरकार कांग्रेस की ही थी। शाहरुख और उसके सेक्युलर दलाल आज देश को समझाएं कि यह क्यों नहीं माना जाए कि शाहरुख को यह छूट इसलिए मिली थी क्योंकि वो मुसलमान है।
इसी शाहरुख खान ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में दारू पीकर भयंकर गालीगलौज करते हुए सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर दिया था। करोड़ों लोगों ने उस नंगई को टीवी पर लाइव देखा था।मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने शाहरुख खान के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज करायी थी। लेकिन मुंबई पुलिस ने कोई कार्रवाई करने के बजाए शाहरुख खान को क्लीन चिट दे दी थी। हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने 5 साल के लिए शाहरुख खान पर प्रतिबंध लगा दिया था। केन्द्र और महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार थी। शाहरुख और उसके सेक्युलर दलाल आज देश को समझाएं कि यह क्यों नहीं माना जाए कि शाहरुख को यह छूट इसलिए मिली थी क्योंकि वो मुसलमान है।
इसी शाहरुख खान ने दारू पीकर एक पार्टी में फ़िल्म निर्माता निर्देशक फराह खान के पति शिरीष कुंद्रा को एक पार्टी में सार्वजनिक रूप से जमकर कूट दिया था। पुलिस ने कोई कार्रवाई करने के बजाए चुप्पी साध ली थी। फराह खान को अपने पति और भाई के साथ शाहरुख खान के घर जाकर समझौता करना पड़ा था। केन्द्र और महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार थी। शाहरुख और उसके सेक्युलर दलाल आज देश को समझाएं कि यह क्यों नहीं माना जाए कि शाहरुख को यह छूट इसलिए मिली थी क्योंकि वो मुसलमान है।
पिछले 7 वर्षों में देश में यही बड़ा परिवर्तन हुआ है। कुकर्मों के बाद देश के कानून को ठेंगा दिखाने, उसकी धज्जियां उड़ाने के लिए… हाय मैं मुसलमान… हाय मैं मुसलमान… चिल्लाने का हथकंडा अब काम नहीं करता। हाय मैं मुसलमान… हाय मैं मुसलमान… चिल्लाने के हथकंडे अब कानून के डंडे पर भारी नहीं पड़ते।
इसलिए इस परिवर्तन को समझिए… यह परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए मैंने अपनी संक्षिप्त पोस्ट के अंत में लिखा था धन्यवाद NCB, धन्यवाद केन्द्र सरकार।

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