वह विभोर है साधना के इस द्वार पर उपस्थित हो कर। हिमालय सा शिखर , शिखर की अनुभूति में गदगद है। साधना के स्वर का एक साधक आज अचानक साधु-साधु बोलने लगता है। ध्यान अब सरल हो गया है। जिस…
कहानिया
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15–17 वर्ष पुरानी बात है ,डिटेल्स 19–20 हो सकती है ,मैं अकेला रेलयात्रा कर रहा था । उदयपुर से दिल्ली वाया रेवाड़ी ट्रेन रही होगी संभवतः चेतक रही होगी !!. मेरे कंपार्टमेंट में दो तत्कालीन अधेड़ ताऊ लेटे हुए थे…
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अजीत सिंहइतिहासकहानियाजाति धर्मप्रेरणादायकसुरक्षा
अफजल खां का वध
by Ajit Singhby Ajit Singh 93 views20 नवम्बर, 1659 ई. – अफजल खां का वध :- बीजापुर की तरफ से अफजल खां को छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ भेजा गया। अफजल खां 10 हज़ार की फौज समेत रवाना हुआ। अफ़ज़ल खां ने सौगंध खाई कि “मैं…
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Uncategorizedकहानियामुद्दारंजय त्रिपाठीसामाजिकसाहित्य लेखहास्य व्यंग
सैफई परिवार ने समाज को जड़बुद्धि बना दिया।
by रंजय त्रिपाठी 24 viewsसैफई परिवार ने समाज को जड़बुद्धि बना दिया। उत्तर प्रदेश का एक गाँव जिसमे एक बहुत नामी उत्तर प्रदेश केसरी पहलवान रहते हैं … उनका अखाड़ा भी बहुत नामी था, इस अखाड़े से निकल के स्पोर्ट्स कोटा से अनेकों…
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बचपन में एक बार एक सहपाठी से हिंसक युद्ध हो गया। मैं शरीर से कमजोर जरूर था पर भयंकर जिद्दी और युयुत्सु प्रवृत्ति जन्मजात थी। हाथ-पैर कमजोर होने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता था क्योंकि मेरे सबसे बड़े हथियार…
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रंजना सिंहइतिहासऐतिहासिककहानियाज्ञान विज्ञानमुद्दालेखक के विचारसामाजिक
पूर्वजों के ऊपर क्रूरतापूर्वक यहूदी निर्वासित जीवन
by रंजना सिंहby रंजना सिंह 157 viewsजो सभ्यताएं अपने पूर्वजों के ऊपर क्रूरतापूर्वक ढ़ाए गये जधन्य अत्याचारों व विभिषिकाओं को विस्मित कर देती है, वे विनाश को प्राप्त होती है। जब यहूदी निर्वासित जीवन जी रहे थे, तो वहां की नदियों के तट पर बैठकर येरूसलम…
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कहानियाइष्ट देव सांकृत्यायनप्रेरणादायकलेखक के विचार
हतोत्साहित और प्रोत्साहित
by Isht Deo Sankrityaayan 265 viewsहाथी के घर लड़का हुआ ……. तो उसने उसे गोद में ले के कहा- ‘हमरी जिन्दगी का एक ही मक़सद है कि हमार बिटवा पेड़ पर चढ़ेगा।’ अब पूरे जंगल में ये बात फ़ैल गयी कि कामयाब वो जो झट…
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चित्र में दिख रहे दरवाजे का खंडहर कोई सामान्य दरवाजा नहीं है। कभी इस दरवाजे से छः से साढ़े छः फीट लंबे, सुंदर व कठोर शरीर वाले ऐसे भयानक योद्धा निकलते थे जिनकी ख्याति संसार भर में फैली हुई थी।…
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चलचित्रकहानियाजाति धर्मतत्वज्ञ देवस्यमुद्दा
धर्म परिवर्तन और लव जिहाद: – द केरला स्टोरी
by तत्वज्ञ देवस्य 167 viewsदर्शक जो आज #TheKeralaStory देख कर बाहर निकले तो उनके नेत्रों में आंसू थे,उनमें से अधिकतर लड़कियां थीं,उनमें से एक ने कहा,उसके कोचिंग के बाहर कुछ लड़के रोज़ आते हैं,अपनी बहन को पिक अप करने के बहाने और उनमें से…
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कहानियाईश्वर भक्तिदेवेन्द्र सिकरवारलेखक के विचारसच्ची कहानियांसामाजिक
बिसोबा खेचर – बहुदेववादी सर्वेश्वरवाद Vsहिंसक एकेश्वरवाद
by देवेन्द्र सिकरवार 255 views“अरे बिठोबा! कितने सुंदर लग रहे हो तुम और कैसी मादक सुगंध आ रही है तुमसे।” प्रसन्न किशोरी पुष्पवाटिका में पुष्पों को देखकर ताली बजा रही थी। “अरे विट्ठल! क्या अजीब स्वर निकालते हो तुम।” वही किशोरी गधे को रेंकते…