सामाजिक-परिवर्तन व निर्माण कर पाने में सक्षम नेतृत्व का प्रस्फुटीकरण मौलिकता, गुणवत्ता, दूरदर्शिता, स्वतः स्फूर्तिता व बिना मिथकों के प्रयोजन से ही होता है। भारत जैसे बड़े देश व समाज में स्वतः स्फूर्त व वैज्ञानिक दृष्टिकोण से संपन्न सामाजिक-नेतृत्व का…
Umrao Vivek Samajik Yayavar

Umrao Vivek Samajik Yayavar
Author, Journalist, Educationist, Social Economist, Social Environmentalist. Committed for Social Sustainability, Decentralised Economy and Peace Counsellor :: Life-understanding; Social Sustainability; Social aspects of Climate Change, Environment and Conflict Resolution; Social Economy; Education; Social Democracy; Local Governance Chief Editor, Ground Report India group of journals https://www.groundreportindia.org/ International Board - Ground Report India https://groundreportindia.org/monthly/home/international-board/ e-Books for thought-process towards Social Sustainability, Social Justice, Social Economy, Social Solution, Environment and Peace https://www.vivekumrao.org/ मेरा नाम विवेक उमराव ग्लेंडेनिंग है, आस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय-राजधानी कैनबरा में रहता हूं। 'सामाजिक यायावर' के नाम से किताबें लिखने व सामाजिक लेखन का कार्य करता हूं। विश्व शांति के लिए व युद्ध तथा संघर्ष विराम के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ से संबद्ध विश्व स्तर पर कार्यरत अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के साथ सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ हूँ। मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार हूं, ISSN प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय ई-जरनल सहित Ground Report India समूह की जरनल्स का संपादक हूं। अंतर्राष्ट्रीय ई-जरनल के लगभग 100 देशों में लगभग दो लाख (200,000) पाठक-सदस्य हैं। ई-जरनल का पता निम्न है। https://www.groundreportindia.org जीवन में रचनात्मक, संघर्ष व विचार के आंदोलनों में सक्रिय भागीदारी की है। हजारों किलोमीटर की पदयात्राएं की हैं, संघर्षों में पुलिस की लाठियां भी खाईं हैं। दलित व आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए काम किए हैं। एक-एक लाख लोगों की मास-मीटिंगो का भी सहआयोजक व प्रमुख वक्ताओं में रहा हूँ। कई गांवों का पुनर्वास किया है। हजारों परिवारों के आर्थिक विकास व स्वावलम्बन के लिए काम किए हैं। भारत के सैकड़ों जिले व हजारों गावों की यात्रा की है। दुनिया के कई देशों की यात्रा की है। अधिक जानकारी के लिए निम्न लिंक पर जाइए, मास-मीटिंग्स की वीडियोज के लिए लिंक में दी गई 'मास मीटिंग' वाली टैब में जाइएगा, लिंक निम्न है - https://www.vivekumrao.org मेरी किताब 'मानसिक, सामाजिक, आर्थिक स्वराज्य की ओर' व अन्य किताबों के संदर्भ में निम्न लिंक पर जाकर जानकारी प्राप्त की जा सकती है - https://www.vivekumrao.org/vivek/books/ मेरी पोस्टें पब्लिक रहती हैं। यदि आप मेरी मित्र सूची में नहीं हैं किंतु मेरे लेखन को पसंद करते हैं तो आप मेरे लेखन को पढ़ सकते हैं तथा पोस्टों में कमेंट कर सकते हैं। आप मुझे फालो कर सकते हैं। किंतु यदि आप फेसबुक में मेरे प्रोफाइल की मित्रता सूची में आने के इच्छुक हैं, तो; कृपया निम्न लिंक पर जाकर संपर्क फार्म से संपर्क कीजिए या किसी कंबाइंड मित्र से ईमेल प्राप्त करके ईमेल भेजिए। मेरा ईमेल मित्रसूची के लोगों के लिए खुला है। संपर्क फार्म या ईमेल में अपनी प्रोफाइल का लिंक अवश्य दीजिए ताकि मैं आपके प्रोफाइल में जाकर आपके लेखन की शैली व आपके वैचारिक झुकाव व विचारों आदि से आपके संदर्भ में अंदाजा लगाने का प्रयास कर सकूँ। संपर्क फार्म के लिंक का पता निम्न है - https://www.vivekumrao.org/vivek/contact/ धन्यवाद सहित, विवेक 'सामाजिक यायावर'
-
-
अर्थव्यवस्थाउमराओ विवेक सामाजिक यायावरसामाजिक
हमारी चारित्रिक-सड़ांध — झूठ, फरेब, दिखावा, अकर्मण्यता
by Umrao Vivek Samajik Yayavar 22 viewsशाब्दिक व दार्शनिक तर्कशीलता के मानदंडों में अद्वितीय व विलक्षण संस्कृति, व्यवहारिक धरातल की वास्तविकता में बहुत ही अधिक अमानवीयता व खोखलाहट को ही पोषित करती व जीती रही। दर्शन को व्यवहारिक-जीवंतता के स्थान पर केवल शाब्दिक तर्कशीलता तक ही…
-
-
उमराओ विवेक सामाजिक यायावरमुद्दालेखक के विचार
संस्कृति संस्कार बनाम स्त्री
by Umrao Vivek Samajik Yayavar 24 viewsपुरुष ने अपनी स्त्री को जिस रूप में देखना चाहा; ईश्वर, ईश्वर-लोक व ईश्वर-लोक की स्त्री को उसी के अनुरूप ही गढ़ा। ताकि पुरुष अपनी स्त्री को सहजता से अपना बेहतर अनुगामी, आज्ञापालक-सेवक व भोग्या-दास बना सके और ऐसा होने…
-
उमराओ विवेक सामाजिक यायावरकहानियामुद्दालेखक के विचार
स्त्री के प्रति हमारा नजरिया और शुचिता का आडंबर बनाम संस्कार संस्कृति
by Umrao Vivek Samajik Yayavar 28 viewsस्त्री को माहवारी झेलना पड़ता है, स्त्री गर्भवती होती है, स्त्री अपने गर्भ में बच्चे को नौ महीने पालती है और एक दिन स्त्री बच्चे को अपने यौनांग से धरती पर अवतरित कराती है। जीवन देने की क्षमता के कारण…
-
उमराओ विवेक सामाजिक यायावरलेखक के विचारसामाजिक
सफलता व उपलब्धि बनाम हमारी मानसिकता
by Umrao Vivek Samajik Yayavar 26 viewsसफलता व उपलब्धि को हम ठीक से परिभाषित ही नहीं कर पाए हैं। यदि सफलता को हम ठीक से परिभाषित कर लिए होते तो हमारे समाज की दिशा ही भिन्न होती, लोगों की मानसिकता भिन्न होती, जीवन के मानदंड ही…
-
उमराओ विवेक सामाजिक यायावरमुद्दालेखक के विचारसामाजिक
विवाह, दाम्पत्य व पालन-पोषण बनाम संस्कृति संस्कार
by Umrao Vivek Samajik Yayavar 24 viewsविवाह के समय लड़की व लड़के को संस्कारों की कसौटी में मूल्यांकन करने का जबरदस्त प्रचलन है, जिसको परिवार व समाज की संस्कृति की रक्षा व समृद्धि के लिए लड़का लड़की को ठोंक बजाकर चुनना कहा जाता है। इस प्रक्रिया…
-
उमराओ विवेक सामाजिक यायावरभारत वीरमुद्दासच्ची कहानियांसुरक्षा
रक्षा-प्रमुख दुर्घटना बनाम विदेशी-षणयंत्र देखने की हमारी प्रवृत्ति
by Umrao Vivek Samajik Yayavar 21 viewsराष्ट्र के रक्षा-प्रमुख व अन्य लोगों का हेलीकाप्टर दुर्घटना में असामयिक निधन होना दुखद है। पिछले एक वर्ष में किसान-आंदोलन में सैकड़ों किसानों का शहीद होना भी दुखद है। रक्षा-प्रमुख, उनके साथियों तथा किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हमारे…
-
उमराओ विवेक सामाजिक यायावरमुद्दाशिक्षासामाजिक
स्वाध्याय का स्तर : लफ्फाज, बकबकिया, या सतही मानसिकता….
by Umrao Vivek Samajik Yayavar 22 viewsलगभग 8-9 साल पहले जब मैंने फेसबुक पर बताया कि मैंने अपने जीवन में स्कूल, यूनिवर्सिटी, शोध इत्यादि डिग्री कोर्सों में पढ़ी जाने वाली किताबों के अतिरिक्त 40 हजार से अधिक किताबें पढ़ी हैं। तब कई लोगों ने हिसाब-किताब लगाया…
-
उमराओ विवेक सामाजिक यायावरबाल कहानियाशिक्षासामाजिक
स्वाध्याय 2 : छोटे बच्चे भी हजारों किताबें पढ़ लेते हैं
by Umrao Vivek Samajik Yayavar 20 viewsबहुत दूर जाने की जरूरत नहीं है, मैं अपने बच्चे आदि का उदाहरण दे रहा हूं, आदि की उम्र लगभग सवा-पांच वर्ष है। आप आदि के पैदा होने के दिन से परिचित हैं। आदि के प्रसव से लेकर उसके विकास…