महाशिवरात्रि भारतीयों का एक प्रमुख त्यौहार है। यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। माघ फागुन फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारम्भ इसी दिन से हुआ था। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन…
ईश्वर भक्ति
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पूर्व में भी और आज भी, कुछ लोगों का मानना है कि AI से हमारे महानायकों का चित्रण शास्त्र विरुद्ध है। ऐसे तथाकथित शास्त्रवादी कठमुल्लावाद और शास्त्रों की ओट में धर्म की मठाधीशी थोपने को अब कोई भी स्वीकार नहीं…
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ईश्वर भक्तिजाति धर्मदेवेन्द्र सिकरवारलेखक के विचारसामाजिक
श्रीराम : सर्वश्रेष्ठ_योद्धा_श्रेष्ठतम_जनरल_दूरदृष्टा_राजनेता
by देवेन्द्र सिकरवार 101 viewsभारत में प्रायः महान व्यक्तित्वों को दैवीय रूप में प्रदर्शित करने की परंपरा रही है जिससे उनका पुण्यस्मरण तो स्थाई हो जाता है लेकिन उनके महान लौकिक कार्य ढंक जाते हैं। श्रीराम भी इस राष्ट्र के ऐसे ही महानायक हैं।…
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प्रेरणादायकईश्वर भक्तिजाति धर्मज्ञान विज्ञानपुस्तक (कहानी श्रृंखलाबद्ध)शरद कुमार वर्मासाहित्य लेख
कल्कि पुराण : विष्णु के 10वे अवतार की कहानी कितनी सच -1
by Sharad Kumarby Sharad Kumar 94 viewsकल्कि पुराण हिन्दुओं के विभिन्न धार्मिक एवं पौराणिक ग्रंथों में से एक हैं यह एक उपपुराण है। इस पुराण में भगवान विष्णु के दसवें तथा अन्तिम अवतार की भविष्यवाणी की गयी है और कहा गया है कि विष्णु का अगला अवतार (महा…
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जाति धर्मईश्वर भक्तितत्वज्ञ देवस्यमुद्दालेखक के विचारसामाजिक
देवी एक काल्पनिक कथा
by तत्वज्ञ देवस्य 113 viewsअरे बड़ी क्रूर है वो तो,उसने पत्थर से सिर कूंच कूंच कर मारा है सरफराज़ मियां को,ऐसा मारा है कि सरफराज़ मियां के सर के टुकड़े उठाने पड़े पॉलिथीन में पुलिस को,कमरा भी लाल हो गया है पूरा का पूरा…
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स्वामी व्यालोकईश्वर भक्तिलेखक के विचारसामाजिक
तू अपनी माँ में श्रद्धा खोता है…मेरे आँचल से स्वयं को दूर करता है।
by Swami Vyalokby Swami Vyalok 88 viewsपूजा खत्म हुई, पर बैठा ही रहा। माँ की आँखों में आँखें डाल निहारता रहा। झपकी सी लग गयी। शायद निद्रा और जागरण के बीच की संधि थी। तभी सुगंधित समीर से मन थोड़ा सा जागा। पायल की आवाज और…
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ईश्वर भक्तिजाति धर्मदेवेन्द्र सिकरवारपरम्पराएमुद्दासाहित्य लेख
नास्तिक_क्या_होते_हैं?
by देवेन्द्र सिकरवार 99 viewsसही अर्थों में जो अस्तित्व को माने ही न अर्थात न रिश्ते-न नाते, न पाप- न पुण्य, न आत्मा-न परमात्मा, न सत्य-न असत्य… इन कसौटियों पर केवल आजीवक और पदार्थवादी ही नास्तिक ठहरते हैं,मार्क्सवादी तक नहीं। मार्क्सवादी हद से हद…
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विष्णु के ऐसे अवतार जिनकी चर्चा प्रायः कम ही की जाती है। उत्तर भारत में तो शायद ही कोई मंदिर हो जो हयग्रीवको स मर्पित हो लेकिन दक्षिण ने हिंदुत्व के कई तत्वों को सुरक्षित रखा और हयग्रीव अवतार’ उनमें…
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Akansha Ojhaईश्वर भक्तिसामाजिकसाहित्य लेख
विश्वकर्मा को दो घोड़ों से युक्त एक दिव्य रथपर वेगसे चलते हुए दिखाया गया
by Akansha Ojhaby Akansha Ojha 60 viewsविश्वकर्मन् नमस्तेऽस्तु विश्वात्मन् विश्वसम्भव । अपवर्गोऽसि भूतानां पञ्चानां परतः स्थितः ॥ (महा०, शान्ति० ४७/८५) ‘हे विश्वकर्मन् ! यह सम्पूर्ण विश्व आपकी रचना है, आप समस्त विश्वके आत्मा और उत्पत्तिस्थान हैं तथा पाँचों भूतों से अतीत होने के कारण नित्यमुक्त हैं,…
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जाति धर्मईश्वर भक्तिचलचित्रदेवेन्द्र सिकरवारप्रेरणादायकमुद्दालेखक के विचार
आदिपुरुष_पर_आपत्तियां_व_मेरा_दृष्टिकोण
by देवेन्द्र सिकरवार 167 views1)राम जी की मूँछें:- अच्छा तो नहीं लगता लेकिन या तो क्लीन शेव दिखाते या दाढ़ीमूँछ दोंनों जो अरण्यवासी होने का प्रतीक होती। 2)सीताजी के वस्त्र:- उस युग में कोई ब्लाउज नहीं थे अतः उत्तरासँग ओढ़े या कंचुकी पहने दिखाना…