Home लेखकआनंद कुमार नवम्बर का महीना,

नवम्बर का महीना,

by आनंद कुमार
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क्या भारत में अभी अस्थिरता और आना है ?? आखिर ये हो क्या रहा है भारत में …
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पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की यात्रा के समय electronics manufacturing वाली टॉप क्लास की कम्पनी के CEO और इन्वेस्टर्स के साथ मुलाकात किया था … इसमें PM ने दुनिया को भारत का PLI scheme का जानकारी दिया … इसमें भारत सरकार द्वारा semiconductor chip और electronic उत्पाद को भारत में बनाने के लिए जो भी incentive दिया जाएगा उसकी जानकारी दिया …
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आइये जानते है कि पीछे के खेल दुनिया में जो चल रहे हैं …
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भारत सरकार ने policy बनाया कि अगर कोई भारत में Semiconductor manufacturing plant लगाता है तो उसको 25% का incentive दिया जाएगा तथा साथ ही कई अन्य सुविधाएँ भी मिलेंगी … इसके लिए भारत सरकार ने एक global EOI (expression of Interest) निकाला .. जिसका 2 बार अन्तिम दिन बढ़ाया जा चुका है …. भारत का स्वयं का domestic requirement है लगभग 24 Billion Dollar … उधर अमेरिका, South Korea और EU ने एक 640 Billion Dollar का investment plan बनाया जिससे कि Chip बनाने की फैक्ट्री लगाई जा सके …. भारत के EOI में जिन प्रमुख कम्पनी ने आवदेन भेजे और interest दिखाया वो हैं – Intel, Infineon, and Texas Instruments … जब डेडलाइन बढ़ाई गई तो विश्व की सबसे बड़ी कंपनी TSMC – तायवान Semiconductor Manufacturing Company ने भी अपना इंटरेस्ट दिखा दिया … यहाँ से पहला बखेड़ा शुरू हुआ …. इसके बाद PM के अमेरिका दौरे के समय उनकी बात चीत हुई UMC यानी कि United Microelectronics Company के प्रमुख से और उनको भारत में आने का न्योता दिया गया … EOI में UMC ने भी अपना EOI भेज दिया …
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जिस दिन से TSMC का भारत में बात हुआ उस दिन से चीन के फाइटर प्लेन ताइवान में घुसने लगे … और चीन ने ताइवान पर दावा ठोंकना चालू कर दिया … इस बीच भारत और ताइवान के बीच 54000 करोड़ के Semicon manufacturing प्लांट लगाने की बात भी शुरू हो गयी – जो अभी लम्बी प्रक्रिया है …. हो सकता है सफल हो और हो सकता है कुछ देर लगे …
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थोड़ा पीछे अगर चलें तो याद होगा कि पिछले वर्ष जापान सरकार ने अपने देश के उद्यमियों को लाखों करोड़ येन का इंसेंटिव दिया था जिससे वो अपने प्रतिष्ठान चीन से निकालकर दुसरे जगह जा सकें … इसके बाद बहुत सारे एकदम से वियतनाम से लेकर ताइवान में शिफ्ट कर गए … अब जापान के यूनिट हर माह चीन से निकल रहे हैं …. चूँकि जगह और manpower के मामले में वियतनाम या ताइवान छोटे हैं तो ये कम्पनी भारत और ऑस्ट्रेलिया के और रुख कर सकते हैं …
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चीन इस कारण से भारत – ताइवान – ऑस्ट्रेलिया तथा जापान से खार खाए बैठा है …. चीन की कोशिश है कि भारत में किसी तरह से वातावरण को ऐसा बनाया जाए कि वहां से ये निवेशक दूरी बनाएं … इसी कड़ी में चीन ने भारत के असामजिक तत्व जैसे कम्युनिस्ट पार्टियों, अपने पार्टनर कांग्रेस और अन्य को आगे कराया … ये सब आन्दोलन उसी का परिणाम है …. पाकिस्तान की कोई औकात नहीं कि एक दिन भी ऐसे लोगों को फण्ड कर पाए, वो सिर्फ logistic network और मैनपॉवर का support दे सकता है, पैसा उसको चीन से मिलता है ये सब फण्ड करने के लिए …
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पाकिस्तान से चीन कुछ भी कान पकड़ के करवा लेता है …. भिखारी बने पाकिस्तान पर चीन ने 250 करोड़ का हर्जाना ठोंका है, ये उसके इंजीनियर लोगों की हत्या के बदले है, जब तक पाकिस्तान ये पैसे चूका नहीं देता तब तक चीन दासु डैम का काम बंद रखेगा … अब पाकिस्तान इतने पैसे चूका तो सकता नहीं इसलिए मुझे लगता है कि इसके बदले चीन पाकिस्तान से भारत में और अधिक माहौल खराब करने वाले लोगों को आगे बढ़ाने के लिए लाने को कहेगा जिससे भारत में अनिश्चितता बढे और इन्वेस्टर्स भागें या दूरी बनाएँ …
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इस समय मेरे अनुसार भारत को TSMC, Intel, Samsung और UMC जैसे कम्पनी को आने के लिए माहौल और जगह तैयार करना चाहिए … लेकिन सबसे बड़ी जरूरत कि इस समय भारत के इन्वेस्टर्स और बड़े बड़े उद्योग घराने विदेशों की इन कम्पनी में निवेश करें और शेयर लें .. धीरे धीरे अपना शेयर बढ़ाएँ … जब तक भारत का पैसा इन कम्पनी में नहीं लगेगा वो अधिक serious नहीं रहतीं … India Inc. को इन कम्पनी में अपना पैसा लगाकर शेयर बढ़ाना होगा …
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भारत के संस्थान IIT, CSIR, SCIL, BEL जैसे संस्थानों को अपना R & D उस लेवल तक ले जाना होगा कि ये लोग अपने लैब में चिप बनाने की तकनीकी हासिल कर सकें … इसके लिए सरकार द्वारा लगाए गए पैसे से ऐसा बेस बनाने के लिए लगाया जाए कि भारत के start up न केवल Assemblers हो बल्कि innovator हों …
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बाकी जो ये झगड़ा चल रहा है वो जैसे ही लाइन पर चीज़ें आएँगीं वो चार घण्टे में समाप्त हो जाएगा …. We have to understand that India is fighting global war, outsiders have many inside supporters – और ये सब compromised तथा बिके हुए लोग हैं … इनका खत्म होना तय है – ये भी देख रहे हैं इसलिए ये बहुत तड़प रहे हैं और फड़फड़ा रहे हैं …. बस आम जिंदगी में हम आप नहीं देख पा रहे हैं …

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