Home हमारे लेखकजलज कुमार मिश्रा राम मंदिर व बाबरी मस्जिद और राजनीतिक दाव

राम मंदिर व बाबरी मस्जिद और राजनीतिक दाव

by Jalaj Kumar Mishra
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“जब अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने से कोई नहीं रोक सका तो मंदिर बनाने से कौन रोकेगा।” यह हिन्दू बहुसंख्यक देश में कहने के लिए समान्य सी बात लगती है लेकिन वामपंथी और कांग्रेसीयों ने मिलकर इस देश कि हिन्दू धमनियों में बहने वाले धर्म की जगह सेक्युलरिज्म का ऐसा जहर डाला कि जब नाथ सम्प्रदाय के महंथ और कोटी कोटी हिन्दू युवाओं के हृदय के हस्ताक्षर, वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुखिया आदरणीय योगी आदित्यनाथ ने जब उपरोक्त बातें कही तो यकीं मानिए उस समय एक अलग शंखनाद हुआ और आम जन को लगने कि बस अब बहुत जल्द सदियों से व्याप्त अंधेरा छटने वाला है और रामलला के दरबार में सूर्योदय होने वाला हैं।

“जब अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने से कोई नहीं रोक सका तो मंदिर बनाने से कौन रोकेगा।” यह हिन्दू बहुसंख्यक देश में कहने के लिए समान्य सी बात लगती है लेकिन वामपंथी और कांग्रेसीयों ने मिलकर इस देश कि हिन्दू धमनियों में बहने वाले धर्म की जगह सेक्युलरिज्म का ऐसा जहर डाला कि जब नाथ सम्प्रदाय के महंथ और कोटी कोटी हिन्दू युवाओं के हृदय के हस्ताक्षर, वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुखिया आदरणीय योगी आदित्यनाथ ने जब उपरोक्त बातें कही तो यकीं मानिए उस समय एक अलग शंखनाद हुआ और आम जन को लगने कि बस अब बहुत जल्द सदियों से व्याप्त अंधेरा छटने वाला है और रामलला के दरबार में सूर्योदय होने वाला हैं।

आप अंदाजा लगाइए आपके अस्मिता के शिखर पुरुष राम के मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय अगर 2014 से पहले के सेक्युलरिज्म रोग से ग्रसित भारत में आया होता और उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ जी महाराज मुख्यमंत्री नही होते फिर क्या दृश्य उत्पन्न होता! कैसा कैसा सेक्युलर नृत्य आँखों के सामने देखने को‌ मिलता!

खैर आज का दिन हर्ष और उम्मीदों के पुरा होने के नाम पर है। धोती कुर्ता और गले में गमछा डाले साथ में कोरोना से बचने वाला मास्क पहने माथे पर चन्दन लेपेटे अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के शिलान्यास के लिए निकले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब अयोध्या में सष्टांग दण्डवत किया यकीन मानिए भारत माता ने कहा कि हे नरेन्द्र! आज तुमको मैंने ऋषिगण मुक्त किया! हर भारतीय उस दिन अपना प्रतिबिंब अपने राष्ट्रीय नेतृत्व में देख रहा था। कितने लोगों कि आँखें टीवी देखते हुए नम‌‌ हो गयी तो कितनो को ऐसे लगा जैसे उनको सर्वस्व मिल गया हो!अनेकों ने कहा कि मोदी जैसा राष्ट्रनायक सदियों में नही इतिहास में कभी कभी जन्म लेता है।

 

आज हर हिन्दू को जानते है मोदी और योगी पर क्यों गर्व है क्योंकि इन‌ दोनों ने कभी सनातन प्रतीकों के साथ खिलवाड़ नही किया है। इस धरा पर दोषमुक्त सिर्फ ईश्वर है। नरेन्द्र मोदी और योगी के कुछ विषयों से आप असंतुष्ट हो सकते हैं और होना भी चाहिए लेकिन उनके हिन्दुओं के प्रति निष्ठा पर संदेह नही कर सकते हैं। आप सभी को राष्ट्र की पहचान राम मंदिर के शिलान्यास के दिन की हार्दिक

बधाई

। तुलसी बाबा ने प्रभु श्रीराम के बारे में लिखा नही है कि उन्होंने राम से प्यार किया है उनपर अपना सबकुछ समर्पण कर दिया है जब वो‌ लिखते है कि

हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी।
लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा निज आयुध भुजचारी।
भूषन बनमाला नयन बिसाला सोभासिंधु खरारी।

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