दर्शक जो आज #TheKeralaStory देख कर बाहर निकले तो उनके नेत्रों में आंसू थे,उनमें से अधिकतर लड़कियां थीं,उनमें से एक ने कहा,उसके कोचिंग के बाहर कुछ लड़के रोज़ आते हैं,अपनी बहन को पिक अप करने के बहाने और उनमें से…
हमारे लेखक
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मुद्दाराजनीतिलेखक के विचारविवेक उमराओसामाजिक
सामाजिक और राजनीतिक लोगो के होते Brainwash
by Umrao Vivek Samajik Yayavar 134 viewsभाई को मूर्ख साबित किया गया, यहां तक कि उपहास की नई परिभाषा ही गढ़ दी गई। बहन को नहीं छोड़ा गया। नशेड़ी है, ड्रग्स लेती है, रात-दिन ड्रग्स में डूबी रहती है। और भी पता नहीं क्या-क्या। जबकि तथ्य…
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मीडियाअपराधजाति धर्मफ़ैयाज़ अहमद फ़ैज़ीमुद्दा
मुस्लिम कौम का मुद्दा नहीं है अतीक अहमद की हत्या
by Faiyaz Ahmadby Faiyaz Ahmad 121 viewsएक तथाकथित सेकुलर लिबरल बड़ी महिला पत्रकार ने तो अतीक की जाति तक ढूंढ निकाली और प्रधानमंत्री की पसमांदा नीति पर ही सवाल उठाते हुए विवेचना प्रस्तुत कर दी कि एक ओर प्रधानमंत्री पसमांदा को जोड़ने की बात कर रहे…
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राजनीतिजाति धर्मफ़ैयाज़ अहमद फ़ैज़ीमुद्दासामाजिक
देशज_भारतीय_पसमांदा_इस्लाम
by Faiyaz Ahmadby Faiyaz Ahmad 121 viewsजब ब्रिटिश इंग्लिश, अमेरिकन इंग्लिश और इंडियन इंग्लिश हो सकता है तो फिर देशज भारतीय पसमांदा इस्लाम क्यों नही हो सकता है। जब हम एक विदेशी भाषा का भारतीय संस्करण ला सकते हैं तो एक विदेशी मजहब का भारतीय संस्करण…
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अतिवाद सदैव हानिकारक होता है। अंतत: परशुराम जयंती बीत गयी… परंतु धीरे-धीरे एक बात स्पष्ट होती जा रही हैं कि हम अतिवाद का शिकार होते जा रहे है और ये अतिवाद हर प्रकार से हमारे लिये हानिकारक सिद्ध होगा। परशुराम…
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नयाआशीष कुमार अंशुमीडियालेखक के विचारसामाजिकसाहित्य लेख
अपराधी समाज का आयडल बन जाए
by Ashish Kumar Anshu 131 viewsयदि अपराधी समाज का आयडल बन रहे हैं। किसी अपराधी की हत्या पर समाज राहत की सांस ले रहा है तो यह सिर्फ भारतीय समाज के लिए नहीं बल्कि न्यायपालिका के लिए भी चिन्ता की बात होनी चाहिए। जब न्याय…
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देश में अचानक एक घटना हो जाती है और आप ठहर कर उस घटना की प्रतिक्रियाएं पढ़ते-देखते हैं। दो तीन दिनों तक उन प्रतिक्रियाओं को पढ़ने-देखने के बाद आप मूक हो जाते हैं। लगभग जड़। ठगा हुआ महसूस करते हैं।…
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नयाइष्ट देव सांकृत्यायनज्ञान विज्ञानप्रेरणादायकसामाजिकसाहित्य लेख
कालक्रम मे कबीरदास सूरदास
by Isht Deo Sankrityaayan 181 viewsकालक्रम के लिहाज से देखें तो कबीरदास के तुरंत बाद ही सूरदास आते हैं। रामानंद से दोनों प्रभावित। धारा भी दोनों की एक – भक्ति। भक्ति के मूल भाव के लिहाज से देखें तो दोनों अधिकतर कक्कन जोहे चलते हैं।…
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भुतहा सी नज़र होने वाली यह बंद फैक्ट्री है रानीबाग उत्तराखण्ड में एचएमटी की. किसी समय यह भारत का वक्त बताती थी. भारत की इकमात्र घड़ी कंपनी थी, भारत सरकार का उपक्रम थी. कभी इसकी घड़ी लेने के लिए सालों…
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ऐतिहासिककहानियातत्वज्ञ देवस्यप्रेरणादायकलेखक के विचारसामाजिक
गंगा पुत्र भीष्म का अंत और झूठा सम्मान
by तत्वज्ञ देवस्य 161 viewsकभी कभी जिन्हें आप वर्षों से अपना आदर्श मानते हैं,उन्हें गुरु तुल्य सम्मान देते हैं,आदर,मान देते हैं,फिर कई वर्षों पश्चात अचानक से आपको उनकी सच्चाई पता चलती है,तो एक बार आप यकीन नहीं कर पाते हैं,क्योंकि अब तक आप उनसे…