मेरे लिए कालीचरण ‘महाराज’ नहीं, पर एक अच्छे गायक और सुरीले भक्त जरूर हैं। उनके सारे पाप बस इस एक शिवतांडव-पाठ से धुल सकते हैं, अगर उन्होंने कोई पाप किए हों। हालांकि, मुझे नहीं पता उन्होंने कोई पाप किया है या नहीं। हालिया जो हल्ला हो रहा है, गांधी (असली वाले यानी मोहनदास) को गाली देने का, तो मोदी को भी जनता गाली देती है।
मोदी भी नेता, मोहनदास भी नेता। सबको मुसलमान बनने की और पॉलिटिकल लीडर्स को पैगंबर बनाने की जरूरत नहीं है। एक मुहम्मद के पैगंबर बनने का नतीजा हम देख ही रहे हैं। सिख लोग अपनी किताब को वही दर्जा देकर क्या कर रहे हैं, बीते दो महीने में हम देख चुके।
तो, मोदी के हरेक पाप मेरे लिए माफ रहेंगे, क्योंकि उन्होंन राम-मंदिर, अनुच्छेद 370 का प्रण पूरा किया।
कालीचरण भी कौन हैं, नहीं हैं, पता नहीं। यह स्तोत्रपाठ सुनिए, कान में इयरफोन ठूंसकर, आंखें मूंदकर और तब तय कीजिए कि वह असल में कौन हैं….