ऋग्वेद का एक बह्म वाक्य है – “उद्बुध्यध्वं समनस: सखाय:। अर्थात हे एक विचार परिवार और एक प्रकार के सनातन ज्ञान से युक्त मित्रों उठो! जागो!! संस्कार भारती, गोपालगंज के अध्यक्ष सर्वेश तिवारी श्रीमुख के भागीरथी प्रयास द्वारा आयोजित सदानीरा…
जलज कुमार मिश्रा
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राजनीतिजलज कुमार मिश्रालेखक के विचारसामाजिक
हमारी पीढ़ी सौभाग्यशाली है
by Jalaj Kumar Mishra 403 viewsसांस्कृतिक संक्रमण वाले इस कालखण्ड में हमारी पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि उसके हिस्से अपनी संस्कृति और संस्कार को बचाने का दायित्वबोध है।राष्ट्रवाद का असली मतलब तभी फलीभूत होगा जब आपके विचार परिवार का कोई व्यक्ति सुदूर बैठा हो फिर भी…
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होली बनाम गाँव का रंग गाँव आपके अन्त:करण में ऐसे धँसा होता है जिसको आप चाह कर भी निकाल नही पाते हैं। गाँव के त्योहार का लालित्य और सौन्दर्य शब्दों में उतरने के लिए तैयार ही नही होता हैं।होली…
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संत रविदास जयंती पर विशेष संत रविदास सनातन समाजिक समरसत्ता के सच्चे सुर साधक हैं। मन चंगा तो कठौती में गंगा सनातन का वास्तविक स्वर है। संत रविदास के समय भारत में मुगलों का शासन था चारों ओर गरीबी,…
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जलज कुमार मिश्राराजनीतिलेखक के विचार
आप करते रहिए बजट का ऑपरेशन और ढूँढ़ते
by Jalaj Kumar Mishra 233 viewsआप करते रहिए बजट का ऑपरेशन और ढूँढ़ते रहिए अपना स्वहित लेकिन इतना इतना याद रखिएगा कि भारत एक सशक्त राष्ट्र के तौर पर हर दिन बड़ा हो रहा है।बजट के साथ आज अचानक मेरी नजर एक खबर पर पड़ी…
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आखिर कब तक दिल्ली के मुठ्ठी भर पत्रकार बिना किसी मापदंड के तय करते रहेंगे की कौन पढ़ा जा रहा है और कौन नहीं ? वामपंथी कचरों को आखिर कब तक साहित्यकार माना जाता रहेगा ? एक विचारधारा की गुलामी…
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ऐतिहासिकजलज कुमार मिश्राजाति धर्मलेखक के विचारसामाजिक
बदलता साल, गुजरता वक्त काफी कुछ सिखाता
by Jalaj Kumar Mishra 928 viewsबदलता साल, गुजरता वक्त काफी कुछ सिखाता हैं। कभी कभी लगता हैं कि जीवन के सुनापन को भरने में यादों का बहुत बड़ा हाथ हैं।हर साल हम प्रयास करते हैं कि कुछ नया करेंगे,कुछ बदलाव अपने में लाएंगे और गुजरते…
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अपराधचलचित्रजलज कुमार मिश्रामीडिया
शाहरुख का लड़का बनाम ड्रग्स बनाम सच्चाई
by Jalaj Kumar Mishra 805 viewsशाहरुख खान का लड़का ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार हुआ है! ऐसी खबर सुबह से बाजार में फैली हुई है। गिरफ्तार करने वाले उसके साथ बेशर्म की तरह तस्वीरें खिचवा रहे हैं। आखिर उनको शर्म आये भी तो क्यों पिछले…
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इस देश में जब जब चुनाव आता है तब तब कुछ राजनीतिक गिद्ध लाशों की राजनीति करने पहुँच जाते हैं। चुनावी हार के बाद ये भेड़िए फिर जंगल में जा कर छुप जाते हैं। इनको तब सरोकार से कोई मतलब…
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जलज कुमार मिश्राभारत निर्माणमुद्दा
मैं भारत हूँ : सर्वेश तिवारी श्रीमुख
by Jalaj Kumar Mishra 853 viewsसर्वेश तिवारी ‘श्रीमुख’ लिखतें हैं कि मैं भारत हूँ। मैं वह भारत हूँ जिसने पिछले पाँच हजार वर्ष में कभी अपने किसी बेटे का नाम दुशासन नहीं रखा, क्योंकि उसने एक स्त्री का अपमान किया था। मैं वह भारत हूँ…