सच यह है कि इन दोनों भिखमंगों की भारत में घुसने की औकात नही है। अगर दोनों भिखमंगों ने गलती से ही ऐसा कोई दुस्साहस कर भी दिया तो भारतीय सेना इनकी खाल में भूसा भर देगी। 1948, 1965, 1971, 1999 में भारतीय सेना ऐसा कर के दिखा भी चुकी है। इसका ताजा उदाहरण केवल ढाई वर्ष पहले का है। जब पाकिस्तान में लगातार पांचवीं बार सांसद चुन कर आया पाकिस्तानी संसद का पूर्व अध्यक्ष अयाज सादिक़ पिछले वर्ष अक्टूबर 2020 में पाकिस्तानी संसद के भीतर चीख चीखकर पूरे पाकिस्तान और पूरी दुनिया को बता रहा था कि… “28 फरवरी 2019 को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल बाजवा जब भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन
की रिहाई पर बात करने के लिए संसद के नेताओं के सामने तशरीफ लाए तो उनके पैर कांप रहे थे। पसीना उनके माथे पर था। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हमसे कहा था कि खुदा का वास्ता है कि इसे (अभिनंदन को) जाने दें, क्योंकि हिंदुस्तान 9 बजे रात को पाकिस्तान पर अटैक कर रहा है।” तो यह है ताक़त उस पाकिस्तान की, जिसके साथ तालिबानी गुंडों के गठबंधन के हमले का डर दिखा कर देश को भयभीत करने का वही कुकर्म वही न्यूजचैनल कर रहे हैं, जो 3-4 महीने पहले रातदिन जलती हुई चिताओं, मुर्दों के ढेर दिखाकर देश को भयभीत करने का यही कुकर्म कोरोना के नाम पर कर रहे थे। अतः तालिबान पाकिस्तान गठबंधन यह कर देगा, वह कर देगा सरीखी न्यूजचैनली वेताल कथाओं से बिल्कुल भ्रमित मत होइए। यह भी स्पष्ट कर दूं कि तालिबानी लफंगों को जिस चीन की मदद का हउव्वा यह न्यूजचैनल रोज दिखा रहे हैं,