प्रारब्ध आपके लिए लाया है कुछ सच्ची घटनाओ पर आधारित सच्ची कहानिया अपराध जगत में कैसे कैसे अपराधी आये और उन्होंने किस तरह अपराध को अंजाम दिया आप यहाँ जान सकते है हमारा मकसद आपको अवगत करना है ऐसे अपराधियों से जिनके जाल में फसकर हम और आप किसी अपराधी के अपराध का हिस्सा बन जाते है या बन सकते है हमारी पहली कहानी है डॉक्टर देवेंद्र शर्मा की जिसने कैसे कई लोगो को मौत के घाट उतारा आईये जानते है
डॉक्टर देवेंद्र शर्मा
आज हम आपको एक ऐसे डॉक्टर के बारे में बताने जा रहे है जो बीएएमएस डॉक्टरी को छोड़कर सीरियल किलर बन गया। यह कहानी है एक ऐसे सीरियल किलर की जिसने 2002 से 2004 करीब 100 लोगों की हत्या कर उन्हें मगरमच्छों का भोजन बना दिया था । जी हां, डॉक्टर से सीरियल बनने वाले शख्य का नाम है देवेंद्र शर्मा। देवेंद्र शर्मा उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले स्थित पुरेनी गांव का रहने वाला है। सीरियल किलर देवेंद्र शर्मा (62) को कुछ साल पहले ही क्राइम ब्रांच पुलिस ने पकड़ा था। वह किडनी केस में पिछले 16 साल से सजा काट रहा था और अब परोल पर बाहर था।
कैसे बना डॉक्टर से सीरियल किलर
अलीगढ़ जिले के रहने वाले देवेंद्र शर्मा (62) ने साल 1984 में आर्युवेदिक मेडिसिन में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की थी। आर्युवेदिक मेडिसिन में ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद देवेंद्र शर्मा ने राजस्थान में क्लीनिक खोल लिया। फिर 1994 में उसने गैस एजेंसी के लिए एक कंपनी में 11 लाख का निवेश किया। लेकिन कंपनी अचानक गायब हो गई। फिर नुकसान के बाद उसने 1995 में फर्जी गैस एजेंसी खोल ली। शर्मा ने एक गैंग बनाया जो एलपीजी सिलेंडर लेकर जाते ट्रकों को लूट लेता। इसके लिए वे लोग ड्राइवर को मार देते और ट्रक को भी कहीं ठिकाने लगा देते। इस दौरान उसने गैंग के साथ मिलकर करीब 24 मर्डर किए। लेकिन पुलिस इसको पकड़ न सकी
किडनी ट्रांसप्लांट गिरोह में हुआ शामिल
इसके बाद देवेंद्र शर्मा किडनी ट्रांसप्लांट गिरोह में शामिल हो गया। उसने सात लाख प्रति ट्रांसप्लांट के हिसाब से 125 ट्रांसप्लांट करवाए। इतना ही नहीं, देवेंद्र शर्मा ने चार राज्यों को अपना निशाना बना लिया था, जिनमें दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान शामिल थे। दरअसल, देवेंद्र शर्मा टूरिस्ट बन कर कार किराए पर लेता था और किसी सुनसान रास्ते पर टैक्सी ड्राइवर को पीट-पीटकर मार देता था। हत्या करने के बाद उनकी टैक्सी चोरी कर लेता था। वहीं, चालक के शव को कासगंज स्थित जी हजारा नहर में मगरमच्छ के आगे फेंक दिया करता था। वहीं, कैब को यूजड कार बताकर बेच दिया जाता था।
2004 में पुलिस ने पकड़ा था
देवेंद्र शर्मा को 2004 में पकड़ा गया और 16 साल जयपुर जेल में रहा। फिर अच्छे बर्ताव के लिए उसे जनवरी 2020 को 20 दिन की परोल मिली। लेकिन वह भाग गया और अंडर ग्राउंड हो गया। फिर वह दिल्ली के मोहन गार्डन में छिपकर रहने लगा। यहां वह एक बिजनसमैन को चूना लगाने वाला था। लेकिन पुलिस को उसके यहां होने की भनक लगी और आखिर में उसे पकड़ लिया गया। पूछताछ में देवेंद्र शर्मा ने चौंकाने वाली जानकारी दी है। उसने बताया कि 50 कत्ल के बाद वह मर्डस की गिनती भूल गया था। अब उसने माना है कि अबतक वह 100 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है, जिसमें से ज्यादातर को उसने यूपी की एक नहर में मौजूद मगरमच्छ का खाना बना दिया था।
शादी कर दिल्ली में छुपा था सीरियल किलर
पुलिस के मुताबिक आरोपी जयपुर सेंट्रल जेल में हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा था। इसी दौरान पैरोल पर वह बाहर आया था, लेकिन वापस जेल नहीं लौटा। हत्यारा देवेंद्र शर्मा पैरोल पर फरार होने के बाद गुपचुप तौर पर शादी कर के दिल्ली में छिपकर रह रहा था। इतना ही नहीं, उसके खिलाफ अपहरण और हत्या के दर्जनों मामले दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में 2002 के बाद दर्ज हुए थे, जिनमें कई केस में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। इस वक़्त देवेंद्र शर्मा उम्र कैद की सजा तिहाड़ जेल में काट रहा है
“यह सभी अपराध वास्तव में घटित हो चुके है और इनका विवरण विकिपीडिया और अन्य श्रोतो से लिया गया है इन अपराध को करने वाले अपराधियों को सजा दी जा चुकी है और कुछ मामलो में अभी फैसला आना बाकी है और मामला न्यायालय में है आप सब से निवेदन है की इनकी कहानियो को पढ़ कर इनकी प्रेरणा न ले”