बुल्लीबाई की तो बड़ी चर्चा है। गिरफ्तारी से लेकर छानबीन तक सब हो रही है। होनी भी चाहिए। लेकिन इन सज्जन का क्या हुआ? क्या सिर्फ ब्लॉक कर देना और बंद कर देना ही एकमात्र उपाय है? क्या हिंदू स्त्रियों का सम्मान सम्मान नहीं है? अगर है तो ऐसे ग्रुप और चैनल चलाने वालों की गिरफ्तारी क्यों नहीं की जाती? एक भी नेता या बुद्धिजीवी का बयान ऐसे नाली कीटों के खिलाफ क्यों नहीं आया?
जानिए क्या है ‘बुल्ली बाई’ ऐप विवाद?
बुल्ली बाई(Bulli Bai App) लोगों को बरगलाने और वित्तीय लाभ कमाने के लिए देश भर में एक संदिग्ध समूह (उनमें से अधिकांश की पहचान अभी बाकी है) द्वारा विकसित एक एप है। एप को बनाने के पीछे का मकसद भारतीय महिलाओं (ज्यादातर मुस्लिम) की नीलामी के लिए रखना और बदले में पैसा कमाना है। ‘बुल्ली बाई’ एप माइक्रोसॉफ्ट के मालिकाना हक वाली ओपन सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट साइट GitHub पर बनाया गया था। बुल्ली बाई जैसी घटनाओं में, साइबर अपराधी इंटरनेट से लोकप्रिय महिलाओं, सेलेब्स, प्रभावशाली लोगों, पत्रकारों आदि की तस्वीरें लेते हैं और उनका उपयोग अपने वित्तीय लाभ के लिए करते हैं। ये ऑनलाइन स्कैमर्स सोशल मीडिया अकाउंट से इन महिलाओं की तस्वीरें चुराते हैं और उन्हें प्लेटफॉर्म पर लिस्ट कर देते हैं।