200 से अधिक बलात्कार और 100 से अधिक हत्याएँ करने वाला नराधम
इस विडिओ पर विमर्श चाहता हूँ, इसलिए उसमें क्या है यह भी बता दे रहा हूँ। कृपया इस टिप्पणी के साथ ही यह विडिओ फॉरवर्ड करें।
Stacey Dooley नाम की महिला जर्नलिस्ट ने सीरिया जाकर ये और ऐसे कई विडिओ बनाए थे। इस विडिओ में शीरीन नाम की एक यजीदी महिला के साथ वो एक ISIS के कमांडर से मिल रही है जो उस समय अमेरिका युद्धबंदी हुआ था। विडिओ अरबी और इंग्लिश में है। उस ISIS ‘कमांडर’ का नाम ओमर है।
ओमर ने अबतक काफी भयानक कृत्यों की स्वीकृति दी है। उसने सिन्जर नाम के गाँव में भी हत्याएँ और बलात्कार किए हैं, और शीरीन वही सिन्जर की है। स्टेसी ओमर को यह बात बताती है और कहती है कि शीरीन को अपने प्रश्नों के उत्तर चाहिए। वो जानना चाहती है कि तुम ने वहाँ के लोगों के साथ क्या किया और क्यों किया।
ओमर तुरंत विक्टिम कार्ड खेल देता है कि मैं एक गरीब आदमी हूँ, जो किया पैसे के लिए किया और दुनिया में मेरा ईश्वर के सिवा कोई नहीं है।
(मुझे तो यहाँ शक्ति कपूर का वो रोल याद आया – मैं एक छोटा सा, नन्हा सा, प्यारा सा बच्चा हूँ)
स्टेसी उसके विक्टिम कार्ड को इग्नोर कर के अगला सवाल पूछती है कि तुमने कितने लोगों की हत्याएँ की होंगी ?
ओमर उत्तर देता है कि मैंने अपने हाथों से जिनको मारा है, काट कर मारा है, ९०० के करीब तो होंगे।
शीरीन पूछती है कि जब सिन्जर पर हमला किया गया, क्या तुम उसमें थे ?
ओमर बताता है कि नहीं, मैं उस पथक में था जो गांवों के बाहर पुलिस की फर्जी चौकियाँ लगाते थे, ३० से ४० लोगों को एक ट्रक में भरते थे और फिर वहाँ से उनको दूर ले जाकर उनको मार डालते थे।
शीरीन बताती है कि मेरे कुछ रिश्तेदार हुआ करते थे वहाँ, वे अब गायब हैं। अब ये बताओ, कभी खुद को उन लोगों के जगह रखकर सोचा है तुमने कि उनको कैसे लगता होगा ?
ओमर बताता है कि वे लोग गिड़गिड़ाते थे कि हमें मत मारिए। हमने क्या किया है जो तुम हमें मार रहे हो ?
स्टेसी पूछती है कि इतने सालों में तुमने कितनी महिलाओं का, कितनी बच्चियों का रेप किया होगा ?
ओमर बहुतही कैज्युअली बताता है कि मैं जितना समय उनके साथ था तब तक १५ से १६ साल की लड़कियों की संख्या, जिनका मैंने रेप किया, होंगी ५० तक। इससे अधिक उम्र की जिनका मैंने रेप किया…. होंगी २०० से अधिक।
स्टेसी कहती है कि अब मुझसे कहो कि जब वे लड़कियां चीख रही होती थी, तुम्हें रुकने को कहती थी और तुम रुकते नहीं थे …. तब तुम्हारे मन में क्या चल रहा होता था ?
ओमर बताता है कि जब सेक्स करने का समय आता है तो उस वासना पर कोई काबू नहीं कर सकता। वो वासना ही उतनी प्रबल होती है। भले ही वो लड़की या महिला मुझे कितना भी रुकने के लिए कहती, तुम्हें पता है (उस समय रुकना संभव नहीं होता) लेकिन जब वासना का ज्वार ठंडा होता था और मैं उनको रोता देखता, मेरा दिल उसके लिए टूट जाता।
यहाँ शीरीन उसे हड़काती है कि वाकई तेरे पास अच्छा दिल होता तो तुम तीन लड़कियों को लेकर हर दिन उनका रेप न करते।
ओमर जवाब देता है कि हाँ, ये हुआ था, लेकिन तुम्हें पता है हम किन हालात से गुजर रहे थे।
शीरीन बोल पड़ती है कि यह सच नहीं है, यह दलील न दो, तुम्हें मज़ा आता था वह सब करने में।
ओमर कहता है, हाँ सच कह रही हो, लेकिन वो हालात ही कुछ अलग थे। मुझपर बहुत प्रेशर था। वरना मैं यह सब न करता।
शीरीन पूछती है, तो ये बताओ, कैसा प्रेशर था और तुमने खुद से क्या क्या किया ? फेस टू फेस उत्तर देना मुझे, मैं भी ISIS की भुक्तभोगी पीडिता हूँ।
ओमर बताता है कि मैं लोगों को न मारता तो मैं भी मार दिया जाता। मेरा कमांडर पिस्तौल लेकर पीछे खड़ा ही रहता था। ( यहाँ ओमर यह नहीं बताता कि अगर वो बलात्कार न करता तो कमांडर उसके साथ क्या करता)
शीरीन अधिक बहस नहीं करती, उससे कुछ हासिल नहीं है। वो उसे कहती है कि एक अरबी कहावत है, जो बोओगे, वही काटोगे। इस बात की सच्चाई समझ आ रही है तुम्हें ?
ओमर हारे से आवाज में जवाब देता है – हाँ।
शीरीन बताती है कि उन लड़कियों के आंसुओं की कीमत तुम्हें चुकानी पड़ेगी। जो तुम्हारे कर्म है, उनकी यही कीमत है।
ओमर ठंडक से बताता है – मेरा पराभव हुआ है। अब अपनी नियति की प्रतीक्षा कर रहा हूँ, और मेरी नियति मौत है।
स्टेसी बात खत्म करती है – ओमर, हमारा समय खत्म हुआ। अब तुम्हें वापस तुम्हारी कोठरी में ले जाया जाएगा। उससे पहले कुछ कहना चाहोगे ?
ओमार कहता है कि अगर मेरे कुछ कहने से आप दोनों को कोई तकलीफ हुई हो तो क्षमाप्रार्थी हूँ।
स्टेसी – उसकी आवश्यकता नहीं न मैं तुमसे डरती हूँ और न ही शीरीन को तुमसे कोई डर लगता है। लेकिन तुम्हें यह जानना जरूरी है कि शीरीन एक बहुतही मजबूत मन की लड़की है और वो अपनी ज़िंदगी दुबारा सँवारेगी। उसके लिए भविष्य है …. और शायद तुम्हारे पास नहीं।
ओमर सिर हिलाता है, दोनों महिलायें उठकर निकल जाती हैं।
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यह विडिओ २०१८ का या उससे भी पहले का है।
क्या आप ने अभी तक आप के सर्कल के किसी भायजान को इस विडिओ को अपनी वॉल पर लगाकर ISIS की निंदा करते देखा ?
आप के सर्कल की किसी मोहतरमा को ?
किसी म्लेच्छ पत्रकार या पत्रकारिणी को ?
बाकी वामी लश्कर ए मीडिया को ?
हाँ, ISIS के लिए लड़के जाते रहे, जिसकी खबरें आती रही। लड़कियां भी गई, इस्तेमाल हो कर जब फेंक दी गई तो उनको काफी स्पेस दिया गया कि भारत सरकार को बड़ा दिल दिखाकर उनको वापस लाना चाहिए।
लेकिन इन सब के द्वारा CAA विरोधी आंदोलन को महान बताया गया। शरजील इमाम को भी विक्टिम बतानेवाले थे, और भारत पर शरिया लाने की बात करनेवाली लड़कियों को एक नामचीन पत्रकारिणी ने sheroes कहा था। अभी अभी नरोत्तम मिश्र जी ने खाना खाते खाते उसके प्रश्नों को भी चबा डाला था।
इनके पासपोर्ट भारतीय हुए तो क्या हुआ, देश के प्रति निष्ठाओं में अंतर है। किसी को भी मैं पाकिस्तानी नहीं कह रहा, लेकिन नजरिये का फेर जरूर है। और वहाँ हम कोई फ़ितना बरदाश्त नहीं करेंगे।
जय हिन्द !
वंदे मातरम !