NDTV मार्का राष्ट्रीय न्यूज चैनलों पर ऐसे दुर्दांत निर्भीक निर्लज्ज पैशाचिक कृत्य वाले सहज ही हिन्दू हो जाते हैं क्योंकि ऐसे लोगों की निश्चिन्त मुस्कुराहट में उन्हें सेकुलड़िता खतरे में पड़ती जो नज़र आती है और उन्हें हर हाल में स्थापित यह करना है कि अमानुष तो केवल हिन्दू ही हो सकता है।उनका वह दुलारा तो कुछ भी करके मासूम बच्चा और बहुत हुआ तो भटका हुआ नौजवान होगा।
वैसे सेकुलड़ इस देश में जहाँ अघोषित शरिया शासन व्यवस्था में हम काफ़िर/हिन्दू रहते हैं,हमें सहज भाव से स्वीकार लेना चाहिए Harshal Khairnar भाई कि हमें पूर्ण कापुरुषता से इस अलिखित व्यवस्था को शिरोधार्य करना है,हम जिनके चारा हैं,वे यदि हमें छोड़ते हैं तो यह उनकी उदारता महानता है और हमें उनका कृतज्ञ रहना है,,,यदि वे हमें चारा रूप में निगलना चाहते हैं,तो यह उनका अधिकार है जिसकी रक्षा में सेकुलड़िता की रक्षा में सनद्ध पूरा सिस्टम लगा हुआ है। हर्षल भाई,आपकी संलग्न यह पोस्ट पढ़ते मेरे मन में तो यही आया है।