अच्छा, ये समीक्षा का चक्कर भी संघियों ने अपने बेतेनॉयर (BeteNoire) कम्युनिस्टों से ही सीखा है. कम्युनिस्टों के यहां महान बहस की परंपरा रही है, क्योंकि उनके यहां गुरु भी गुरु कम और गुरुघंटाल अधिक हुए हैं. जेएनयू में पढ़ाई…
लेखक और लेख
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वह विभोर है साधना के इस द्वार पर उपस्थित हो कर। हिमालय सा शिखर , शिखर की अनुभूति में गदगद है। साधना के स्वर का एक साधक आज अचानक साधु-साधु बोलने लगता है। ध्यान अब सरल हो गया है। जिस…
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अजीत सिंहनयालेखक के विचारसामाजिक
भारतीय समाज में विधवा बहू की अपने ससुराल में क्या स्थिति
by Ajit Singhby Ajit Singh 180 viewsभारतीय समाज में विधवा बहू की अपने ससुराल में क्या स्थिति होती है, ये किसी से छिपा नहीं है। भारतीय सासें बेटे की मृत्यु के तुरंत बाद बहू को डायन राक्षसी न जाने क्या क्या बनाने लगती हैं। सामान्य परिवार…
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राजीव मिश्राविदेशसुरक्षा
स्विंग स्टेट पेंसिल्वेनिया ट्रम्प की लहर में बहता हुआ दिखा।
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 36 viewsपिछले कुछ दिनों में पेंसिल्वेनिया में प्रचार करते समय किसी ने डोनाल्ड ट्रम्प को गोली मार दी। पेंसिल्वेनिया एक महत्वपूर्ण स्विंग स्टेट है, जहां से कभी डेमोक्रेट्स और कभी रिपब्लिकन जीतते हैं। अक्सर देखा गया है कि जो पेंसिल्वेनिया जीतता…
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मीडियाराजनीतिलेखक के विचारस्वामी व्यालोक
संसद में आक्रामकता ठीक, लेकिन राहुल गांधी को निभानी होगी बेहद परिपक्व विपक्षी नेता की भूमिका
by Swami Vyalokby Swami Vyalok 42 viewsदरअसल, राहुल गांधी की समस्या ये है कि उन्होंने बचपन से अधिकार ही अधिकार देखा है, कर्तव्य नहीं जाना. अकूत ताकत तो उनको दी गयी, लेकिन जिम्मेदारी से वह हमेशा बचते रहे. जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली तो…
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समय की दीवार पर लिखी इबारत बताती है कि मोदी मैजिक बस स्वाहा होना ही चाहता है। भाजपा का सूर्य आधा डूब चुका है। पूरा भी डूबने में अब बहुत देर नहीं है। नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए लगातार…
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नयाभारत वीरमुद्दाराजनीतिलेखक के विचारसतीश चंद्र मिश्रा
अग्निवीर योजना के खिलाफ़ ज़हर उगल रहा है राहुल गांधी
by सतीश चंद्र मिश्रा 47 viewsराजदीप रविश बरखा आरफा विनोद को कोसना बंद करिए… वो बहुत ईमानदार हैं, अपने लक्ष्य और उद्देश्य, उस कांग्रेसी पेड़ के प्रति जिसके फ़ल उन्होंने दशकों तक खाये हैं। एक दशक पहले सूख चुके उस पेड़ का साथ उन्होंने नहीं…
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15–17 वर्ष पुरानी बात है ,डिटेल्स 19–20 हो सकती है ,मैं अकेला रेलयात्रा कर रहा था । उदयपुर से दिल्ली वाया रेवाड़ी ट्रेन रही होगी संभवतः चेतक रही होगी !!. मेरे कंपार्टमेंट में दो तत्कालीन अधेड़ ताऊ लेटे हुए थे…
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अजीत सिंहऐतिहासिकभारत निर्माणराजनीति
प्रधानमंत्री मोदी का पुनः सत्ता में आना कोई मज़ाक नहीं है
by Ajit Singhby Ajit Singh 49 viewsप्रधानमंत्री मोदी का पुनः सत्ता में आना कोई मज़ाक नहीं है… यह एक असाधारण घटना है. पिछले 3-4 सालों में दुनिया भर में कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं… जिनके कारण दुनिया भर में सरकारें बदली हैं…. सत्ताऐ पलटी हैं. को-विड…
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अजीत सिंहअर्थव्यवस्थामुद्दारोजगारलेखक के विचारलेखकों की चुटकी
Right to Work, Right Against Exploitation
by Ajit Singhby Ajit Singh 44 views.रोहन ने एक ओपन यूनिवर्सिटी से उसने बीसीए पास किया है…बहुत प्रयास के बाद आज उसे एक कंपनी में इंटरव्यू देने का मौका मिला… इंटरव्यू लेने वाले ने उसे कम्प्यूटर पर अपना रिज्यूम बनाने को कहा…एक घंटे तक प्रयास करने…