2 साल के बच्चे की सूझबूझ ने एक बड़े रेल हादसे को टाला है। यह मामला पश्चिम बंगाल के मालदा जिले का है। 12 साल के बच्चे ने क्षतिग्रस्त पटरी को देखा, जिसके बाद उसने अपनी लाल शर्ट को उतारकर…
साहित्य लेख
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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में सूर्यकुमार यादव ने आखिर के ओवर में तूफानी बैटिंग करते हुए धमाल मचा दिया। सूर्यकुमार यादव ने पारी के 44वें ओवर में लगातार 4 गेंद पर 4 छक्के जड़कर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज कैमरून के…
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नयाइतिहासऐतिहासिकप्रेरणादायकभारत निर्माणमुद्दाराजनीतिसच्ची कहानियां
ऐतिहासिक महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पास
by Praarabdh Desk 10 viewsलोकसभा और राज्यसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाले नारी-शक्ति वंदन अधिनियम को लोकसभा में ज्यादातर दलों का समर्थन मिला. विधेयक के पक्ष में विधेयक के पक्ष में 454 वोट पड़े, जबकि इसके विरोध में 2 मत पड़े.…
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रंजना सिंहराजनीतिलेखकों की चुटकीविदेशसाहित्य लेख
G20 में शी जिनपिंग क्यों नहीं आए
by रंजना सिंहby रंजना सिंह 10 viewsG20 में शी जिनपिंग क्यों नहीं आए, उसका राज मोदी सरकार द्वारा शी जिनपिंग को अब तक दिए गए सबसे गहरी चोट में है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता ऑटो बाजार है। जापान को पीछे छोड़कर भारत सबसे…
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पश्चिमी समाज तीव्र गति से वृद्धावस्था की ओर बढ़ रहा है। यूरोप, अमेरिका, जापान, कोरिया इत्यादि के कई गाँवों में ना तो बच्चे, ना ही नवयुवा-युवती दिखाई देंगे। शहरो में भी बच्चो की तुलना में अधेड़ एवं प्रौढ़ अधिक दिखते…
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मुद्दाअपराधप्रेरणादायकभारत वीरसामाजिक
ऑपरेशन गडूल के तहत पांच आतंकी ठिकाने तबाह, एक जला शव मिला, सेना ने बढ़ाया सुरक्षा घेरा
by Praarabdh Desk 18 viewsदक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के गडूल के जंगलों में छिपे आतंकियों की तलाश रविवार को पांचवें दिन भी जारी रही। सुरक्षाबल अब तक पांच आतंकी ठिकाने तबाह कर चुके हैं। एक गुफानुमा ठिकाने से जला हुआ शव बरामद किया…
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आखिर भारत जैसे देवियों को पूजने वाले देश में बलात्कार की गन्दी मानसिकता कहाँ से आयी ? आखिर क्या बात है कि जब प्राचीन भारत के रामायण, महाभारत आदि लगभग सभी हिन्दू-ग्रंथ के उल्लेखों में अनेकों लड़ाईयाँ लड़ी और जीती…
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Akansha Ojhaईश्वर भक्तिसामाजिकसाहित्य लेख
विश्वकर्मा को दो घोड़ों से युक्त एक दिव्य रथपर वेगसे चलते हुए दिखाया गया
by Akansha Ojhaby Akansha Ojha 16 viewsविश्वकर्मन् नमस्तेऽस्तु विश्वात्मन् विश्वसम्भव । अपवर्गोऽसि भूतानां पञ्चानां परतः स्थितः ॥ (महा०, शान्ति० ४७/८५) ‘हे विश्वकर्मन् ! यह सम्पूर्ण विश्व आपकी रचना है, आप समस्त विश्वके आत्मा और उत्पत्तिस्थान हैं तथा पाँचों भूतों से अतीत होने के कारण नित्यमुक्त हैं,…
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लेखक के विचारBhagwan Singhप्रेरणादायकसामाजिक
Can We Regain Our Lost Glories
by Bhagwan Singh 14 viewsहमारे समय की त्रासदी यह है कि हम, बुद्धिजीवी, सम्मान की इच्छा रखते हैं, लेकिन अक्सर अपने जीवनकाल में दूसरों के प्रति सम्मान दिखाने में विफल रहते हैं। हम उत्कृष्टता की दौड़ में दूसरों को प्रतिस्पर्धी के रूप में देखते…