भारत विभाजन से लेकर गांधीजी की हत्या तक की ​स्क्रीप्ट किसी सेकुलर प्रगतिशील ने ही लिखी होगी। जिसमें सारी घृणा, सारी उपेक्षा, सारा प्रतिबंध आरएसएस के नाम और सारी मलाई कांग्रेस और नेहरू के लिए।

 

देश बंटवारे का सबसे अधिक लाभ नेहरू ने उठाया और गांधीजी की हत्या का भी। यदि नेहरू की सरकार सतर्क होती तो गांधी हत्या टल सकती थी। यह कोई झा और पांडेय अपनी किताब में नहीं लिखेगा। ये नैरेटिव पर खेलने वाले लोग हैं। इनमें कई तो 10 साल पहले तक नक्सल के समर्थन में गीत गाया करते थे। 2014 के बाद गांधीवादी हो गए हैं।

 

गांधीजी की हत्या के लिए कोई यदि सच में जिम्मेवार है तो वह नेहरू की कांग्रेस सरकार है। गांधीजी की हत्या से कोई सबसे अधिक लाभान्वित हुआ तो वह स्वयं नेहरू थे। इस बात को कब तक देश से छुपाया जाता रहेगा।

 

गोडसे हत्यारा था, नीच था, गीरा हुआ था लेकिन उसका भी एक पक्ष था। उस पक्ष को सुनने से गांधीवादियों से अधिक वामपंथी और नेहरूवादी डरते हैैं। दूसरों के कहने की आजादी के लिए लड़ने की उदघोषणा करने वाले तमाम कॉमरेडजन गोडसे को अपना पक्ष क्यों नहीं रखने देते। उसकी किताब पर लगे प्रतिबंध पर बेशर्म किस्म की चुप्पी क्यों ओढ़ ली थी इस पूरे समुदाय ने?

 

 

और फिर गोडसे के कूल—गोत्र के हजारों लोगों के नरसंहार को कैसे जस्टिफाय करेंग कॉमरेड? वह हत्यारे गांधीवादी या अम्बेडकरवादी तो नहीं होने चाहिए फिर महाराष्ट्र में ब्राम्हणों का नरसंहार करने वाले कौन लोग थे? कम्युनिस्ट थे या कांग्रेसी? यह गांधी हत्या पर किताब लिखने वाले किसी झा या पांडेय ने अपनी किताब में नहीं बताया होगा? क्योंकि उन्हें उतना ही लिखना होता है, जितना लिखने के लिए उन्हेंं पैसा मिला है।

 

 

यदि गांधीजी पर पढ़ना है तो गांधीजी को ही पढ़िए। उन्होंने स्वयं हजारों पृष्ठ लिख रखे हैं और यदि गांधीजी की हत्या पर पढ़ना है तो थोड़ा इंतजार कीजिए। किताब लिखी जा रही है। कई सालों से एक व्यक्ति चुपके—चुपके अध्ययन कर रहा है, इस विषय का। वह पेड लेखक नहीं है। वह अपनी बात कहने के लिए अधीर नहीं है। वह अपने लिखे का इस्तेमाल चुनाव में नहीं करना चाहता। वह किताब आएगी और वैसे ही स्थापित बहुत सारी धारणाओं को अपने साथ बहाकर ले जाएगी, जैसे विक्रम संपत की किताब आई और वामपंथियों ने दशकों से जो झूठ गढ़ा था। उसकी ना सिर्फ अच्छे से सफाई की बल्कि सावरकर का वास्तविक और ओजस्वी रूप पूरे भारत के सामने रखा।

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