श्रद्धा हत्याकाण्ड में श्रद्धा की हत्या करने वाला उसके साथ हैवानियत करने वाला आफ़ताब अब पुलिस वालो को खुली चुनौती देने लगा है की औकात या दम है तो उसके खिलाफ सबूत इकठ्ठा कर के पुलिस दिखाए हां उसने ही श्रद्धा को मारा है और उसके ३५ टुकड़े किये लेकिन पुलिस में दम है तो उसे दोषी करार कराये उसने पुलिस से खुला चैलेंज किया है
उसने कहा उसे कोई अफ़सोस नहीं है श्रद्धा को मारने का बल्कि उसे इस बात की ख़ुशी है की चलो पीछा छूटा अब अगर वो मरता भी है तो पाक कुरान के अनुसार उसे जन्नत नसीब होगी और वहाँ की हूरें उसका स्वागत करेंगी
आरोपी की इस चुनौती को लेकर दक्षिण जिला पुलिस अधिकारी भी सकते में हैं। पुलिस को उसके आत्मविश्वास को देखकर ताज्जुब हो रहा है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त बताया कि जब महरौली पुलिस ने आरोपी को पकड़ा था तो आफताब ने कहा था कि मैंने श्रद्धा की हत्या की है। दम है तो शरीर के टुकड़े बरामद करके दिखाओ। वह इस चुनौती को अब लगातार दोहरा रहा है।
पुलिस श्रद्धा के सिर व धड़ को अभी तक बरामद नहीं कर पाई है। छतरपुर के जंगल से बरामद जबड़ा व 100 फुटा रोड से बरामद शरीर के टुकड़े से पता लग है कि वह किसी महिला के टुकड़े हैं।
पुलिस शरीर के टुकड़े बरामद करने के लिए इस्तेमाल किए गए औजार अभी तक बरामद नहीं कर पाई है। हालांकि, पुलिस ने रसोई से पांच चाकू बरामद किए हैं। इनसे आरोपी ने श्रद्धा के शरीर के टुकड़े करने में इस्तेमाल किया था। आफ़ताब का नार्को टेस्ट भी हो चुका है जिसके दम पर पुलिस को लग रहा था की वो कुछ सबूत हासिल कर लेगी उसमे भी आफ़ताब अपनी शातिर चाल खेल कर नार्को होने के बाद भी वही सब बताया जो उसने पुलिस को अपने नार्मल बयान में बताया था
कुल मिलकर सारे जतन होने के बाद भी सारे हथकंडे इस्तमाल करने के बाद भी आफ़ताब के खिलाफ पुलिस के पास कोई स्ट्रांग सबूत नहीं है वही दूसरी तरफ आफ़ताब पुलिस के ऊपर हस कर उसका मजाक बना रहा है अब ऐसी भावना और ऐसी सोच रखने वाला व्यक्ति सिर्फ आतंकवादी ही हो सकता है और मेरी सोच के अनुसार अगर जो व्यक्ति ऐसे भारत की इज्जत उतरता है तो कोई भी केस सुलझाने के जगह इस आफताब का तुरंत ही एनकाउंटर कर देना चाहिए ताकि लोगो में ये सन्देश जरूर जाए की हम उस जैसे कुत्तो को कुत्ते की तरह ही ट्रीट करते है और अब ऐसे व्यक्ति जो इस तरह का अपराध करेंगे उनका भी यही अंजाम होगा