देश के प्रधानमंत्री द्वारा एक उच्च स्तरिये बैठक की गयी जिसमे देश के प्रधान मंत्री ने पूरे देश में जांच को बढ़ाने को कहा साथ ही उन्होंने लोगो से यह भी कहा की अभी घबराने की जरुरत नहीं है पर कोवीड के नियमो का कड़ाई से पालन करने को कहा चीन में कोवीड के बढ़ते मामले को देखकर उन्होंने पूरे देश में अलर्ट जारी किया है देश में सप्ताह में रोजाना १५३ मामले आ रहे है जो की अन्य देशो की तुलना में बेहद कम है चीन में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट BF.7 के मामलों में तेजी से हो रहे इजाफे ने चिंताओं में इजाफा कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में हर दिन करीब 10 लाख नए केस मिल रहे हैं और 5,000 से ज्यादा मौतें हो रही हैं। यही नहीं कहा तो यहां तक जा रहा है कि अप्रैल में नए केसों की संख्या हर दिन 4.7 लाख तक पहुंच सकती है। इस बीच कोरोना के मामलों ने भारत में भी टेंशन बढ़ा दी है। बुधवार को हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया ने मीटिंग की थी और फिर कल पीएम नरेंद्र मोदी ने उच्च स्तरीय मीटिंग की थी। यही नहीं लगातार तीसरे दिन आज फिर मीटिंग है। यह बैठक स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बुलाई है।
दूसरी तरफ भारत सरकार ने नेजल वैक्सीन को आधिकारिक मंजूरी दे दी है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा है कि इसका उपयोग बूस्टर डोज के रूप में किया जाएगा और यह पहले निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगा। इसे आज से कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
इस सिलसिले में गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक भी की जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कोरोना को लेकर तैयारियों (Corona Preparations) का जायजा लिया गया वहीं तमाम विभागों को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है. इस बीच कोविड को देखते हुए लखनऊ केजीएमयू (Lucknow KGMU) समेत सभी मेडिकल कॉलेज (Medical Collage) और चिकित्सा शिक्षा के संस्थानों को भी जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं.
कोविड को देखते हुए सभी चिकित्सा संस्थानों को राज्य स्वास्थ्य सलाहकार समिति की रिपोर्ट के आधार पर एडवाइजरी भेजी गई है. इस एडवायजरी के तहत सभी संस्थानों में वेंटिलेटर की क्रियाशीलता चेक करने के निर्देश दिए गए हैं, पीडियाट्रिक आईसीयू और सामान्य आईसीयू में अगले 2 दिन के अंदर मॉक ड्रिल कराने, कोविड जांच में तेजी लाने के साथ रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर जिनोम सीक्वेंसिंग कराने के लिए कहा गया है. वर्तमान में केजीएमयू और जिम्स नोएडा में जिनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा उपलब्ध है.
चिकित्सा संस्थानों को जारी की गई एडवायजरी
कोविड प्रोटोकॉल के समय डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, मरीज और तीमारदार के लिए पूर्व में किए जा रहे उसी व्यवहार का अनुपालन तत्काल प्रभाव से कराया जाए. कोविड मरीजों के लिए अलग से आवश्यकतानुसार कोविड वार्ड आरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं. जिन हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन की बूस्टर डोज नहीं लगी है उनका वैक्सीनेशन कराने को कहा गया है. एडवायजरी में पहले से हेल्थ वर्कर की कमी को पूरा करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही 60 साल से अधिक एवं कोमोरबिड मरीजों का विशेष ध्यान देने के निर्देश हैं.