नए नए बने एक घुमक्कड़ी ग्रुप में एक मित्र ने सलाह मांगी है ……
उनकी पोस्ट को अगर सरल लोक भाषा मे लिखा जाये तो उनके 4 – 5 झां2 किस्म के दोस्त उनके पीछे पड़े हैं कि वो उनको लेह लद्दाख घुमा दे ।
उन 5 में से 3 को शरीर के विभिन्न भागों में दर्द रहता है ।
मने किसी की G में दर्द रहता किसी की गर्दन में तो किसी की पीठ में …..
अब हमारे घुमक्कड़ मित्र ने ग्रुप में experts से सलाह मांगी है कि बताओ क्या करें ।
मित्र हमारे Biker है सो खुद तो वो bike से जाना चाहते हैं ।
Bike से लेह जाने के लिये पिछवाड़ा पीतल का होना चईये ।
और इस ग्रुप के उनके अलावा अन्य किसी की G इतनी मजबूत नही ।
अब उस ग्रुप में बहुत से experts ने उनको बहुत सी सलाह दी । मैंने भी दी ।
पर जैसा कि आप जानते हैं कि मैं कड़वी दवा को Sugar Coat नही करता , सीधे हलक में उड़ेल देता हूँ ।
सो कुछ समय बाद मैंने वो कमेंट डिलीट कर दिया ।
पर वही सलाह यहां लिख रहा हूँ ।
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जीवन मे सुखी रहना है और enjoy करना है तो झां2 लोगों की संगति मत करो ।
जो आदमी किसी अन्य से कहे कि मुझे लेह घुमा दो उसको बोलो घर रहो और शाम को कंपनी बाग टहल आओ । लेह बहुत दूर है और तुम्हारे लायक नही ।
सुकुमार छुई मुई किस्म के लोग लेह के आधे रास्ते मे मूत जाते हैं और आपके ऊपर एक बहुत बड़ी liability बन जाते हैं ।
आप कहाँर बन जाते हैं और पूरे टूर भर उनकी पालकी ढोते रह जाते हैं ।
आधे रास्ते मे थक जाने वाले लोग , वो जिनको बस या कार में चक्कर उल्टियां आती हैं , वो जिनके शरीर के विभिन्न छिद्रों में दर्द रहता है , इनके साथ घूमने मत निकलो ।
हमारे Bikers ग्रुप के आज 300 से ज़्यादा बुल्ट Riders हैं पर लेह स्पिति चंद्रताल जैसी Rides पे सबको नही ले जाते हम ।
अच्छा खासा अनुभवी Rider भी Spiti चंद्रताल पे मूत जाता है । Kaza Manali वाले Section में तो मैने बड़े बड़े सूरमा मूतते देखे हैं ।
ढीले ढाले नौसिखिये लोगों के साथ ऐसे trips मत प्लान कीजिये ।
ऐसे trips Once in a life time होते हैं ।
Dont Spoil Your Trip