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ईश्वर की सत्ता पर प्रश्न उठाना गलत क्यों?

देवेन्द्र सिकरवार

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अगर कोई भी व्यक्ति ईश्वर की सत्ता पर प्रश्न उठाये तो उसके माता-पिता को अश्लील गालियां देना उचित है और उसे बुरा नहीं मानना चाहिए क्योंकि ईश्वरवादी की भावनाबेन आहत हुई हैं।
अभी एक फनी वीडिओ देख रहा था जिसमें यात्री द्वारा अमृतसर का टिकिट मांगने पर सिख सहयात्री द्वारा उसे थप्पड़ मार दिया जाता है क्योंकि उसने ‘श्री अमृतसर साहिब’ क्यों नहीं कहा।
मुझे याद है कई बंदे इसलिये ब्लॉक करने पड़े कि वे इस बात पर मुझे गाली दे रहे थे कि मैंने अपने लेखों में ‘कृष्ण’ के आगे ‘भगवान श्री’ क्यों नहीं लगाता।
बहरहाल ईश्वर को मानने न मानने और उसे पुकारने के अलग-अलग जगह, अलग-अलग सभ्यताई मानक होते हैं लेकिन विश्व में किसी भी सभ्यता में माता-पिता को गालियां नहीं दी जातीं और न उनको दी गई गालियों को जस्टीफाई किया जा सकता है, यह एक सार्वभौम पैमाना है, हिंदू संस्कृति में तो इसे बिल्कुल स्वीकार नहीं किया जा सकता।
आप जान लें कि कोई व्यक्ति ईश्वर को नकार रहा है तो वह उसका मार्ग है, आप उसका प्रत्याख्यान कर सकते हैं, उसके माता-पिता को गाली नहीं दे सकते क्योंकि ईश्वर एक विचार है और किसी भी विचार पर मतभेद होता आया है, जबकि माता-पिता विचार नहीं हैं उनका भावनात्मक के साथ-साथ प्रत्यक्ष भौतिक संबंध भी होता है।
इस्लाम से हमारी लड़ाई और किस बात पर है क्योंकि उनकी भावना बेन आपके नकार पर आहत होती है तो उनका ‘सर तन से जुदा’ करने का कॉन्सेप्ट भी सही है। अंतर इतना है कि उनमें सिर जुदा करने की ताकत है और आपमें गाली देने का हिजड़ापन भर है। कर दोंनों समान ही रहे हैं।
बहरहाल ईश्वर पर प्रश्न उठाना यदि उसका अपमान है तो पंक्ति से महावीर, बुद्ध, कपिल और ऋग्वेद के नासदीय सूक्त के ऋषि को भी माँ बहन की गाली दोगे?
इयं विसृष्टिर्यत आबभूव यदि वा दधे यदि वा न ।
यो अस्याध्यक्षः परमे व्योमन्त्सो अङ्ग वेद यदि वा न वेद।
सीधे सीधे ईश्वर की सत्ता की सीमितता को चुनौती है।
दो माँ-बहन की गाली उसे।
तो जो लोग ऐसी गालियों को उचित मानते हैं मैं उन्हें उन निकृष्ट, नीच और घृणित व्यक्तियों के तुल्य मानता हूँ अतः वे या उसके वक्तव्य के समर्थक तुरंत मेरी वॉल छोड़ दें।
प्रकारान्तर से भी गालीबाजों का समर्थन मुझे स्वीकार नहीं और न ऐसे उनके प्रच्छन्न समर्थक।
मैं यहाँ अपने विचारों को लिखकर उनसे मुक्ति पाने आता हूँ किसी के खुट्टे सहलाने नहीं।

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