अगर कुछ देर के लिए बादल घेर लें, तो इसका यह मतलब नहीं कि वह चमकना भूल जाएगा। IPL में पहली दफा बतौर कप्तान बल्लेबाजी करते हुए सूर्यकुमार यादव ने अपनी फॉर्म हासिल कर ली। उन्होंने कोलकाता के खिलाफ 172 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 25 गेंद पर 4 चौकों और 3 छक्कों की मदद से शानदार 43 रन बनाए। नतीजा यह रहा कि MI ने 17.4 ओवर में 5 विकेट खोकर 186 रन बना लिए। इस तरह मुंबई ने 14 गेंद शेष रहते कोलकाता के बनाए 185 को पार कर लिया।
IPL इतिहास में पहली दफा ऐसा हुआ कि रेगुलर कैप्टन रोहित शर्मा ने खुद को उन खिलाड़ियों की सूची में डाल दिया, जो बतौर इंपैक्ट प्लेयर किसी भी वक्त मुकाबले में आ सकते थे। ऐसा होने की वजह से सूर्यकुमार यादव मुंबई के लिए कप्तान की भूमिका में नजर आए। बतौर सलामी जोड़ी ईशान किशन और रोहित शर्मा ने 5 ओवर खत्म होने से पहले ही स्कोरबोर्ड पर 65 रन टांग दिए। 13 गेंद पर 20 रन बनाकर खेल रहे रोहित का सुयश शर्मा की गेंद पर उमेश यादव ने मिडऑफ पर शानदार कैच पकड़ लिया। अब अच्छी शुरुआत को बड़ी साझेदारी में तब्दील करने की जिम्मेदारी सूर्यकुमार यादव के कंधों पर थी।
वरुण चक्रवर्ती के 8वें ओवर की तीसरी गेंद पर स्लॉग स्वीप खेलने के प्रयास में ईशान किशन क्लीन बोल्ड हो गए। उन्होंने 25 गेंद पर 5 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 58 रन बनाए। सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह जिस वक्त ग्राउंड पर आए, मुंबई का स्कोर 65 रन था। जिस वक्त सूर्या वापस लौटे, उस वक्त मुंबई को जीत दर्ज करने के लिए 27 गेंद पर 10 रन चाहिए थे। सूर्या ने मुंबई इंडियंस को मंजिल के इतने करीब पहुंचा, दिया जहां से हार नामुमकिन थी। मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती के छठे ओवर की तीसरी गेंद आउटसाइड ऑफ स्टंप थी। सूर्या ने पीछे हटकर इसे पॉइंट की दिशा में कट करते हुए चौका लगा दिया।
सुयश शर्मा के नवें ओवर की अंतिम गेंद पर बैकवर्ड पॉइंट की दिशा में जोरदार चौका लगाकर सूर्या ने साबित कर दिया कि आज उनके खिलाफ कोई रणनीति काम नहीं करेगी। 11वें ओवर की पांचवीं गेंद आईपीएल के सबसे तेज गेंदबाजों में शुमार लॉकी फर्ग्यूसन ने सूर्यकुमार यादव को तीखी बाउंसर डाल दी। सूर्या ने इसे आसानी के साथ हुक कर दिया और गेंद फाइन लेग बाउंड्री के बाहर छक्के के लिए चली गई। ओवर की अगली गेंद फर्ग्यूसन ने सूर्या को पैड्स पर फुल लेंथ की डाली। पिकअप फ्लिक पर डीप मिडविकेट के बाहर छक्का निकल गया। विंटेज सूर्यकुमार यादव वापस आ चुका था। यह शॉट बता रहा था कि आज भी सूर्यकुमार यादव दुनिया का नंबर वन T-20 इंटरनेशनल बल्लेबाज है।
आंद्रे रसेल के 13वें ओवर की चौथी गेंद फुलर लेंथ ऑन ऑफ थी। पलक झपकते ही गेंद डीप स्क्वायर लेग स्टैंड में पहुंच चुकी थी। इसके बाद तिलक वर्मा भी 25 गेंद में 30 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन सूर्या टीम को जीत के करीब ले जाने के लिए प्रतिबद्ध थे। सुनील नरेन के 16वें ओवर की चौथी गेंद सूर्यकुमार यादव के पैड्स पर थी। उन्होंने इसे डीप मिडविकेट और लॉन्गऑन के बीच में से फ्लिक कर चौका अपने नाम कर लिया। शार्दुल ठाकुर के 17वें ओवर की तीसरी कटर पर विकेटकीपर के ऊपर से रैंप शॉट खेलते हुए बल्ले का महीन किनारा कीपर गुरबाज के हाथ चला गया। सूर्यकुमार यादव मैच जरूर नहीं खत्म कर सके, लेकिन उन्होंने अपने खिलाफ चल रही तमाम आलोचनाओं का करारा जवाब दे दिया।